मोनोलिथिक माइक्रोवेव इंटीग्रेटेड सर्किट (MMICs)
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की विकसित मोनोलिथिक माइक्रोवेव इंटीग्रेटेड सर्किट (Monolithic Microwave Integrated Circuits :MMICs) का उपयोग EOS 04 के रडार इमेजिंग उपग्रह मॉड्यूल में किया गया है।
- इससे पहले 14 फरवरी, 2022 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने MMIC को लॉन्च किया था।
- वहीं, कई मोनोलिथिक माइक्रोवेव इंटीग्रेटेड सर्किट (MMIC) को डीआरडीओ की सॉलिड स्टेट फिजिक्स लेबोरेटरी (एसएसपीएल) और डीआरडीओ की फैक्ट्री (फाउन्ड्री) गैलियम आर्सेनाइड इनेबलिंग टेक्नोलॉजी सेंटर (जीएईटीईसी) में डिजाइन/ विकसित और उत्पादित किया गया था।
- इन MMIC का उपयोग करके रडार इमेजिंग के लिए पेलोड में प्रयुक्त टीआर-मॉड्यूल विकसित किए गए हैं।
- विभिन्न अंतरिक्ष अभियानों के लिए जीएईटीईसी की फैक्ट्री में 30,000 से अधिक मॉड्यूल निर्मित किए गए हैं।
- यह उद्योग क्षेत्र के साझेदारों की ओर से प्राप्त समर्थन के साथ भारत सरकार के दो उन्नत प्रौद्योगिकी विभागों के बीच सहयोगात्मक उपलब्धि का एक उदाहरण है।
- स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित एमएमआईसी का उपयोग आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।