एनडीडीबी मृदा ( MRIDA) लिमिटेड और सुधन /SuDhan
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने 25 जुलाई को पूरे देश में खाद प्रबंधन पहल (manure management initiatives) को आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, एनडीडीबी मृदा लिमिटेड (NDDB MRIDA Limited) का उद्घाटन किया।
NDDB मृदा लिमिटेड के बारे में
- NDDB MRIDA लिमिटेड एक गैर-सूचीबद्ध पब्लिक लिमिटेड कंपनी है जिसकी स्थापना NDDB द्वारा 1 जुलाई, 2022 को कंपनी अधिनियम, 2013 के अंतर्गत की गई है, जिसकी पेड अप कैपिटल 9.50 करोड़ रुपये है।
- NDDB मृदा लिमिटेड डेयरी किसानों को घोल/गोबर की बिक्री से अतिरिक्त आय अर्जित करने का अवसर प्रदान करेगी। गोजातीय गोबर का बेहतर उपयोग करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश पहल व्यक्तिगत हैं और नई कंपनी के माध्यम से खाद प्रबंधन प्रयासों को संरचनात्मक प्रोत्साहन की प्राप्ति होगी।
- यह अपने प्रकार की पहली कंपनी है जो खाद प्रबंधन मूल्य श्रृंखला का निर्माण कर गोबर के कुशल उपयोग पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिससे डेयरी किसानों की आजीविका बढ़ाने में बहुत मदद मिलेगी और साथ ही साथ यह स्वच्छ भारत अभियान और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।
- खाद प्रबंधन पहलों में यह क्षमता है कि वह भारत की वर्तमान LPG खपत का 50 प्रतिशत बायोगैस उत्पन्न कर सकती है और भारत की NPKआवश्यकता का 44 प्रतिशत जैव घोल का उत्पादन कर सकती है।
- NDDB मृदा लिमिटेड द्वारा डेयरी संयंत्रों के लिए खाद मूल्य श्रृंखला, बायोगैस आधारित सीएनजी उत्पादन, बायोगैस आधारित ऊर्जा उत्पादन की स्थापना भी की जाएगी।
- NDDB ने गोबर आधारित जैविक उर्वरकों को सामान्य पहचान देने के लिए “सुधन”/SuDhan नामक एक ट्रेडमार्क भी पंजीकृत किया है।