क्या है स्विफ्ट (SWIFT) ?
यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य पश्चिमी भागीदारों ने, यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस पर और प्रतिबंधों की घोषणा की है, जिनमें स्विफ्ट (SWIFT) इंटरबैंक भुगतान प्रणाली से कई रूसी बैंकों को संपर्क काट दिया गया है।
- इस कदम से रूस के बुरी तरह प्रभावित होने की उम्मीद है जो अपने प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों के व्यापार, विशेष रूप से अपने तेल और गैस निर्यात के भुगतान के लिए स्विफ्ट प्लेटफॉर्म पर बहुत अधिक निर्भर है।
- वित्तीय जगत में किसी देश को स्विफ्ट प्रणाली से अलग करना ठीक वैसे ही है जैसे किसी देश की इंटरनेट पहुंच को प्रतिबंधित कर देना।
क्या है स्विफ्ट (SWIFT) ?
- SWIFT प्रणाली “सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन” ( Society for Worldwide Interbank Financial Telecommunication) का संक्षिप रूप है।
- 1970 के दशक में स्थापित यह मंच बेल्जियम में स्थित है।
- यह वित्तीय संस्थानों (बैंकों) के लिए धन हस्तांतरण (फण्ड ट्रांसफर) जैसे वैश्विक मौद्रिक लेनदेन के बारे में जानकारी का आदान-प्रदान करने के लिए एक सुरक्षित मंच है।
- हालाँकि SWIFT वास्तव में खुद धन ट्रांसफर नहीं करता है, यह 200 से अधिक देशों में 11,000 से अधिक बैंकों को सुरक्षित वित्तीय संदेश सेवाएं (मैसेजिंग सर्विस) प्रदान करके लेनदेन की जानकारी को सत्यापित करने के लिए एक बिचौलिए के रूप में कार्य करता है।
- इसकी देखरेख ग्यारह विकसित देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा की जाती है: कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, नीदरलैंड, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और बेल्जियम ।
- यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के वित्तपोषण के लिए प्रमुख तंत्र बन गया है। वर्ष 2020 की वार्षिक समीक्षा के अनुसार, 2020 में, SWIFT प्लेटफॉर्म पर प्रत्येक दिन लगभग 38 मिलियन SWIFT ‘FIN संदेश’ भेजे गए।
क्या पड़ेगा प्रभाव?
- रूसी कंपनियों और व्यक्तियों को आयात के लिए भुगतान करना और निर्यात के लिए नकद प्राप्त करना, उधार लेना या विदेशों में निवेश करना कठिन हो जायेगा।
- हालाँकि तेल और गैस के क्षेत्र में इसके प्रभाव को देखना उल्लेखनीय रहेगा क्योंकि यूरोपीय आयोग के अनुसार, रूस कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और ठोस जीवाश्म ईंधन का मुख्य यूरोपीय संघ आपूर्तिकर्ता है।