यूरोपा क्लिपर मिशन

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बृहस्पति और उसके चंद्रमा, यूरोपा की स्टडी करने के लिए यूरोपा क्लिपर मिशन लॉन्च किया है।

14 अक्टूबर को लॉन्च किया गया  यूरोपा क्लिपर अंतरिक्ष यान, यूरोपा की बर्फीली सतह और उपसतह महासागर का अध्ययन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसके बारे में माना जाता है कि वह इस मून के नीचे मौजूद है।

यूरोपा क्लिपर को नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स फाल्कन हेवी रॉकेट पर लॉन्च किया गया। इस मिशन की लागत 5.2 बिलियन डॉलर थी।

किसी दूसरे ग्रह पर जाने वाले मिशन के लिए NASA द्वारा बनाया गया अब तक का सबसे बड़ा अंतरिक्ष यान, यूरोपा क्लिपर, पृथ्वी से परे किसी महासागरीय दुनिया का अध्ययन करने के लिए समर्पित पहला NASA मिशन भी है।  

इस मिशन का मुख्य लक्ष्य यह निर्धारित करना है कि क्या यूरोपा में ऐसी स्थितियाँ हैं जो जीवन का समर्थन कर सकती हैं।

यूरोपा पृथ्वी के चंद्रमा के आकार का है, लेकिन इसका आंतरिक भाग अलग है। 1990 के दशक में NASA के गैलीलियो मिशन से मिली जानकारी ने इस बात के पुख्ता सबूत दिखाए कि यूरोपा की बर्फ के नीचे एक विशाल,  लवणीय महासागर है।  

हालांकि यूरोपा की खोज गैलीलियो ने 1610 में की थी, लेकिन जीवन को समर्थन देने की इसकी क्षमता में रुचि हाल के दशकों में बढ़ी है।

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