मिथुन चक्रवर्ती को मिलेगा वर्ष 2022 का दादा साहब फाल्के पुरस्कार
अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को वर्ष 2022 के लिए प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार (53वें ) देने की घोषणा की गई। मिथुन चक्रवर्ती, जिन्हें मिथुन दा के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रतिष्ठित भारतीय अभिनेता, निर्माता और राजनीतिज्ञ हैं, जिन्हें उनकी बहुमुखी भूमिकाओं और विशिष्ट नृत्य शैली के लिए पहचाना जाता है।
मिथुन चक्रवर्ती की सामान्य शुरुआत से लेकर एक प्रसिद्ध फिल्म स्टार बनने तक की यात्रा दृढ़ संकल्प और जुझारूपन की रही है।
16 जून, 1950 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में जन्मे गौरांग चक्रवर्ती यानी मिथुन चक्रवर्ती ने अपनी पहली ही फिल्म मृगया (1976) से राष्ट्रीय पहचान हासिल की, जिसके लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता।
डिस्को डांसर* (1982) में अपनी भूमिका से वे प्रसिद्धि में आए, यह फ़िल्म भारत और विदेशों में काफ़ी सफल रही और इसने उन्हें एक डांस आइकन के रूप में स्थापित किया।
फ़िल्म में उनके शानदार प्रदर्शन और अनूठी नृत्य शैली ने डिस्को संगीत को भारतीय सिनेमा की मुख्यधारा में ला दिया और उनकी लोकप्रियता आसमान छू गई।
वहीदा रहमान को 53वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया था।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के बारे में
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की स्थापना भारतीय सिनेमा के पितामह धुंदीराज गोविंद फाल्के के नाम पर वर्ष 1969 में की गई थी।
भारतीय सिनेमा के जनक धुंदीराज गोविंद फाल्के के सम्मान में उनके बाद राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार को भारतीय सिनेमा का सबसे गौरवपूर्ण तथा प्रतिष्ठित पुरस्कार का नाम दिया गया।
दादासाहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा के विकास में फिल्मी हस्तियों के योगदान को पहचानने के लिए सरकार द्वारा वर्ष 1969 में शुरू किया गया था।
इस पुरस्कार की पहली विजेता देविका रानी थीं।
दादासाहेब फाल्के पुरस्कार फिल्मी हस्तियों को भारतीय सिनेमा के विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।
इस पुरस्कार में एक स्वर्ण कमल, 10,00,000 रूपये (दस लाख रूपये) का नकद पुरस्कार ,प्रमाणपत्र, सिल्क स्क्रोल तथा एक शॉल दिया जाता है।