परम रुद्र सुपरकंप्यूटर तथा ‘अर्का’ और ‘अरुणिका’ HPC

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 सितंबर को तीन परम रुद्र सुपरकंप्यूटर (PARAM Rudra supercomputers) और हाई-परफॉरमेंस कंप्यूटिंग (HPC) सिस्टम राष्ट्र को समर्पित किए। राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) के तहत स्वदेशी रूप से विकसित इन सुपरकंप्यूटरों को अग्रणी वैज्ञानिक अनुसंधान की सुविधा के लिए पुणे, दिल्ली और कोलकाता में स्थापित किया गया है।

पुणे स्थित जायंट मीटर रेडियो टेलीस्कोप (GMRT) फास्ट रेडियो बर्स्ट (FRBs) और अन्य खगोलीय घटनाओं का पता लगाने के लिए सुपरकंप्यूटर का लाभ उठाएगा।

दिल्ली में इंटर-यूनिवर्सिटी एक्सेलरेटर सेंटर (IUAC) में यह सुपरकंप्यूटर मटेरियल साइंस और एटॉमिक फिजिक्स जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देगा।

कोलकाता स्थित एस.एन. बोस केंद्र में यह सुपरकंप्यूटर भौतिकी, ब्रह्मांड विज्ञान और पृथ्वी विज्ञान जैसे क्षेत्रों में एडवांस्ड अनुसंधान को बढ़ावा देगा।

प्रधानमंत्री ने मौसम और जलवायु अनुसंधान के लिए तैयार प्रणाली ‘अर्का’ और ‘अरुणिका’ (Arka and Arunika) का भी लोकार्पण किया। दो प्रमुख स्थानों, में भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM)पुणे और राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र (NCMRWF) नोएडा में स्थित, इस HPC प्रणाली में असाधारण कंप्यूटिंग शक्ति है।

ये हाई-रिज़ॉल्यूशन मॉडल उष्णकटिबंधीय चक्रवातों, भारी वर्षा, आंधी, ओलावृष्टि, हीट वेव, सूखे और अन्य महत्वपूर्ण मौसम संबंधी घटनाओं से संबंधित भविष्यवाणियों की सटीकता और लीड टाइम को काफी हद तक बढ़ा देंगे।

देश के लिए एक मजबूत कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए शुरू किया गया राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) इन प्रणालियों की तैनाती के पीछे प्रेरक शक्ति है। इसे शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, एमएसएमई और स्टार्टअप की कम्प्यूटेशनल मांगों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पहल भारत की कंप्यूटिंग शक्ति को बढ़ाने के उद्देश्य से अपनी तरह की पहली पहल है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा संयुक्त रूप से प्रबंधित, इस मिशन को पुणे स्थित सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC) और बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।

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