बेपीकोलंबो अंतरिक्ष यान ने बुध ग्रह के दक्षिणी ध्रुव की तस्वीर ली
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और जापानी अंतरिक्ष एजेंसी (ESA/JAXA) के बेपीकोलंबो अंतरिक्ष यान (BepiColombo spacecraft) ने 5 सितंबर को बुध ग्रह (Mercury) के सबसे करीब पहुंचकर सूर्योदय के समय उसकी बंजर, धब्बेदार सतह की श्वेत-श्याम तस्वीरें भेजीं।
इस अंतरिक्ष यान ने वैज्ञानिकों को बुध के ग्रह दक्षिणी ध्रुव का पहला स्पष्ट दृश्य प्रदान किया। इसने ग्रह के कई क्रेटरों को भी कैद किया, जिनमें बेसिन के रिम के भीतर चोटियों के असामान्य छल्ले शामिल हैं।
बेपीकोलंबो अंतरिक्ष यान
गौरतलब है बेपीकोलंबो अंतरिक्ष यान यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और जापानी अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा संचालित किया जा रहा है। बेपीकोलंबो को 2018 में लॉन्च किया गया था।
यह अपने मूल आगमन समय के लगभग एक साल बाद 2026 में बुध की कक्षा में प्रवेश करेगा। इस अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर्स की समस्याओं को दूर करने के प्रयासों के कारण देरी हुई।
बुध ग्रह
बुध सौरमंडल में सबसे कम अध्ययन किया गया चट्टानी ग्रह है। बुध तक पहुँचना मुश्किल है क्योंकि सूर्य की ओर उड़ान भरने से अंतरिक्ष यान की गति बढ़ जाती है।
पृथ्वी, शुक्र और बुध की कई उड़ानें बेपीकोलंबो को धीमा करने में मदद कर रही हैं, जो अंततः मिशन को बुध के चारों ओर की कक्षा में ले जाएगा।
बुध हमारे सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है और सूर्य के सबसे निकट है। इस ग्रह में एक अप्रत्याशित चुंबकीय क्षेत्र है और क्लोरीन, सल्फर और पोटेशियम से जैसे वाष्पशील तत्व प्रचुर मात्रा में प्राप्त होते हैं जो उच्च तापमान वाले ग्रहों पर आसानी से वाष्पित हो जाते हैं।
यह संकेत दे सकता है कि बुध का निर्माण सौरमंडल में आज की उसकी अवस्थिति की तुलना में कहीं दूर हुआ था।
सूर्य से अपनी निकटता के बावजूद, बुध हमारे सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह नहीं है, बल्कि शुक्र ग्रह है, जो इसके घने वायुमंडल के कारण है। लेकिन बुध सबसे तेज़ ग्रह है, जो हर 88 पृथ्वी दिवसों में सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमा कर लेता है।