सहारा रेगिस्तान में सामान्य से अधिक वर्षा का पूर्वानुमान

‘सीवियर वेदर यूरोप’ की एक हालिया स्टडी के अनुसार, सहारा के एक बड़े हिस्से में अगस्त और सितंबर, 2024 के महीनों में ‘सामान्य वर्षा’ से  500 प्रतिशत अधिक बारिश होगी।

ऐसी घटनाएँ सहारा में बहुत दुर्लभ हैं, औसतन प्रति दशक में एक बार से भी कम, लेकिन ये आमतौर पर इस बात के संकेत हैं कि पृथ्वी की मौसम प्रणाली में कुछ बदल रहा है, जो शरद ऋतु और सर्दियों में वायुमंडल की असामान्य स्थिति का संकेत देता है।

गौरतलब है कि सहारा दुनिया का सबसे बड़ा गर्म रेगिस्तान है और अंटार्कटिका और आर्कटिक के ठंडे रेगिस्तानों के बाद तीसरा सबसे बड़ा रेगिस्तान है।

यह अटलांटिक महासागर से लाल सागर तक फैला हुआ है।  सहारा पश्चिम में अटलांटिक महासागर, पूर्व में लाल सागर, उत्तर में भूमध्य सागर और दक्षिण में साहेल सवाना से घिरा है।

यह विशाल रेगिस्तान 10 देशों (अल्जीरिया, चाड, मिस्र, लीबिया, माली, मॉरिटानिया, मोरक्को, नाइजर, सूडान और ट्यूनीशिया) के साथ-साथ पश्चिमी सहारा के क्षेत्र में फैला हुआ है।

सहारा को पृथ्वी पर सबसे शुष्क स्थान कहा जाता है क्योंकि यहाँ  वर्षा ‘बहुत कम या बिलकुल नहीं’  होती है। इसके विपरीत, सहारा के ठीक दक्षिण में एक ऐसा क्षेत्र है जो हरे भरे वन आवरण वाला है।

error: Content is protected !!