एक्सट्रीमोफाइल्स (Extremophiles) क्या है?

नेचर जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, घरों, कार्यालयों और प्रयोगशालाओं में उपयोग किए जाने वाले माइक्रोवेव ओवन में बड़ी संख्या में सूक्ष्मजीवों (microbes) का वास रहता है।

नई स्टडी लंबे समय से चली आ रही इस धारणा को चुनौती देते हैं कि भोजन को गर्म करने के लिए उपयोग किए जाने वाले माइक्रोवेव विकिरण बैक्टीरिया को पूरी तरह से मार देते हैं। इससे खाद्य जनित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

घरेलू माइक्रोवेव में पाए जाने वाले कुछ बैक्टीरिया, जैसे कि क्लेबसिएला, एंटरोकोकस और एरोमोनस, मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।

बता दें कि वैज्ञानिकों ने ज्वालामुखीय छिद्रों (volcanic vents), पर्माफ्रॉस्ट, एसिड माइंस, गहरे समुद्र के हाइड्रोथर्मल वेंट और ध्रुवीय बर्फ की चादरों के नीचे कई  किलोमीटरों की गहराई  तक दबी अंधेरी झीलों से माइक्रोब्स को खोजा है। अंतरिक्ष यान के बाहरी हिस्सों और परमाणु अपशिष्ट भंडारण स्थलों के आसपास भी माइक्रोब्स पनपते पाए गए हैं।

एक्सट्रीम नेचुरल एनवायरनमेंट में रहने वाले सूक्ष्मजीवों को एक्सट्रीमोफाइल्स (Extremophiles) कहा जाता है। कई शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि पृथ्वी पर जीवन एक एक्सट्रीम एनवायरनमेंट यानी बहुत ही मुश्किल वातावरण वाली जगह में, एक एक्सट्रीमोफाइल के रूप में शुरू हुआ, और फिर अधिक समशीतोष्ण पारिस्थितिकी प्रणालियों में फैल गया और अनुकूल हो गया।

सूक्ष्मजीव विशिष्ट जैविक और जैव रासायनिक प्रक्रियाओं को शामिल करके एक्सट्रीम एनवायरनमेंट के अनुकूल हो जाते हैं।

मनुष्य जैसे अधिक जटिल जीवन-रूपों में प्रोटीन का एक सेट विकसित हुआ है जिसके साथ वे जीवन जीते हैं। दूसरी ओर एक्सट्रीमोफाइल सूक्ष्मजीवों में प्रोटीन के कई सेट होते हैं, जिनमें से प्रत्येक एक विशिष्ट पर्यावरणीय जगह में जीवन के लिए अनुकूलित होता है।

इन जीवों द्वारा उपयोग किए जाने वाले यूनिक एंजाइम, जिन्हें “एक्सट्रीमोजाइम्स” (extremozymes) कहा जाता है, इन जीवों को ऐसे प्रतिकूल वातावरण में कार्य करने में सक्षम बनाते हैं।

ये जीव आनुवंशिक रूप से आधारित दवाओं और औद्योगिक रसायनों और प्रक्रियाओं के लिए बहुत उपयोगी  हैं।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये जीव केवल मानव के नजरिये से एक्सट्रीम हैं। उदाहरण के लिए, ऑक्सीजन जीवन के लिए आवश्यक  जैसा कि हम जानते हैं, लेकिन कुछ जीव बिना ऑक्सीजन वाले  वातावरण में भी पनपते हैं।

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