येन कैरी ट्रेड

दुनिया भर के प्रमुख शेयर बाजारों में 5 अगस्त को बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बाजार पर नजर रखने वालों के अनुसार, इसका एक कारण ‘येन कैरी ट्रेड’ (yen carry trade) था।

बता दें कि वैश्विक निवेशक हमेशा पैसा बनाने के अवसरों की तलाश में रहते हैं। निवेश करने का एक ऐसा ही तरीका ऐसे देश से पैसा उधार लेना है जहाँ ब्याज दरें कम हैं और उस पैसे को (कसी अन्य में मुद्रा बदलने के बाद) ऐसे देश में निवेश करना  जहाँ ब्याज दरें बहुत अधिक हैं। इसे कैरी ट्रेड कहा जाता है।

ऐसे अवसर प्रायः मौजूद हो सकते हैं क्योंकि अलग-अलग देशों के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों को उस स्तर पर रखने की कोशिश करते हैं जो उनकी स्थानीय आर्थिक स्थितियों के अनुकूल हो।

एक मामला जापान का है जहां केंद्रीय बैंक (बैंक ऑफ जापान) ने 2011 से 2016 के बीच ब्याज दरों को शून्य प्रतिशत पर रखा था और वास्तव में, 2016 से उन्हें शून्य  से भी नीचे (-0.10%) धकेल दिया था। कम ब्याज दरों के पीछे का तर्क लोगों को ऋण लेने के लिए प्रोत्साहित करके आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा देना है। इसका फायदा निवेशक भी उठाते हैं।

उदाहरण के लिए, ऐसी कम ब्याज दरें निवेशकों को जापानी मुद्रा येन में कम ब्याज दर पर उधार लेने और बेहतर रिटर्न प्राप्त करने के लिए अन्य देशों (जैसे ब्राजील, मैक्सिको, भारत और यहां तक ​​कि अमेरिका) में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। ऐसे कैरी ट्रेड को “येन कैरी ट्रेड” कहा जाता है।

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