अमेरिका, भारत को LNG का दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता देश बना
संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को पीछे छोड़कर 2023 में भारत को तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) का दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता के रूप में उभरा है।
अमेरिका ने भारत को 3.09 मिलियन टन (MT) LNG का निर्यात किया। विशेषज्ञों ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में LNG की कीमतों में गिरावट के साथ-साथ उत्तर एशिया की तुलना में केप ऑफ गुड होप के माध्यम से भारत की अमेरिकी LNG कार्गो से निकटता को वजह बताया है।
अमेरिका 2023 में दुनिया का सबसे बड़ा LNG निर्यातक बनकर उभरा है।
भारत विश्व में चौथा सबसे बड़ा LNG आयातक देश है। कतर लगातार पांच वर्षों (2019-2023) तक भारत का सबसे बड़ा LNG आपूर्तिकर्ता बना रहा।
तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG)
LNG ग्रीन एनर्जी को अपनाने की दिशा में एक विकल्प ईंधन के रूप में उभर रहा है। तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) वास्तव में नेचुरल गैस है जिसे शिपिंग और स्टोरेज के लिए लगभग -260 डिग्री फ़ारेनहाइट पर लिक्विडअवस्था में ठंडा किया जाता है।
लिक्विड अवस्था में नेचुरल गैस की मात्रा गैसीय अवस्था में इसकी मात्रा से लगभग 600 गुना कम होती है। यह प्रक्रिया नेचुरल गैस को उन जगहों पर पहुँचाना संभव बनाती है जहाँ पाइपलाइन नहीं पहुँच पाती।
प्राकृतिक गैस यानी नेचुरल गैस को तरलीकृत करना प्राकृतिक गैस को लंबी दूरी तक ले जाने का एक तरीका है जब पाइपलाइन परिवहन संभव नहीं होता है।
ऐसे मार्केट जो उत्पादन क्षेत्रों से बहुत दूर हैं और सीधे पाइपलाइनों से नहीं जुड़ सकते, उन्हें नेचुरल गैस की वजह से प्राकृतिक गैस प्राप्त हो पाती है।
अपने कॉम्पैक्ट लिक्विड रूप में, प्राकृतिक गैस को विशेष टैंकरों में भरकर दुनिया भर के टर्मिनलों तक भेजा जा सकता है। इन टर्मिनलों पर, नेचुरल गैस को वापस गैसीय अवस्था में लौटाया जाता है और पाइपलाइन के ज़रिए वितरण कंपनियों, औद्योगिक उपभोक्ताओं और बिजली संयंत्रों तक पहुँचाया जाता है।