नासा के मार्स रोवर ने चेयावा फॉल्स चट्टान पर “लेपर्ड स्पॉट्स” जैसे धब्बों की खोज की
नासा के पर्सीवरेंस मार्स रोवर ने 18 जुलाई, 2024 को मिशन के 1,212वें मार्टियन दिवस या सोल पर “चेयावा फॉल्स” (Cheyava Falls) नामक एक चट्टान की छवि कैप्चर की। नसों जैसी आकृति से भरी यह चट्टान नासा के पर्सीवरेंस रोवर की विज्ञान टीम का ध्यान आकर्षित कर रही है।
तीर के आकार की “चेयावा फॉल्स” नामक इस चट्टान में कई ऐसी आकर्षक विशेषताएं हैं जो इस सवाल को उलझाती है कि क्या मंगल ग्रह पर कभी सूक्ष्म जीवन था।
पर्सीवरेंस मार्स रोवर पर लगे उपकरणों द्वारा विश्लेषण से संकेत मिलता है कि इस चट्टान में ऐसे गुण हैं जो प्राचीन जीवन के संभावित संकेतक की परिभाषा के अनुकूल हैं।
चट्टान में रासायनिक संकेत और संरचनाएं दिखाई देती हैं जो संभवतः अरबों साल पहले जीवन द्वारा बनाई गई थीं जब इस क्षेत्र में बहता पानी था। वैज्ञानिकों की विशेष नजर चट्टान के में लाल रंग की पट्टी पर मिलीमीटर आकार के अनियमित हल्के धब्बों में है जो गहरे रंग की सामग्री की एक पतली अंगूठी से घिरे हैं, जो “तेंदुए के धब्बे” (leopard spots) के समान हैं।
पृथ्वी पर तलछटी चट्टानों पर इस प्रकार के धब्बे तब मिलते हैं जब हेमेटाइट से जुड़ी रासायनिक रिएक्शन चट्टान को लाल से सफेद में बदल देती हैं। वे रिएक्शन लोहा और फॉस्फेट भी छोड़ सकती हैं, जिससे संभवतः ब्लैक हालो बन सकते हैं, और वे सूक्ष्मजीवों के लिए ऊर्जा स्रोत हो सकते हैं, इसलिए पृथ्वी पर इस तरह की संरचना वाली विशेषताएं सूक्ष्मजीवों से संबंध को दर्शाते हैं। यही कारण है कि मंगल ग्रह पर चट्टानों पर ऐसे धब्बे जीवन के संकेत हो भी सकते हैं, हालांकि वैज्ञानिक इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।