मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए मानस (MANAS) हेल्पलाइन लॉन्च की गई
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में नार्को-समन्वय केंद्र (NCORD) की 7वीं शीर्ष स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर गृह मंत्री ने राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन ‘मानस/MANAS’ (मदक पदार्थ निषेध सूचना केंद्र) लॉन्च की।
मानस (मदक पदार्थ निषेध सूचना केंद्र) में एक टोल-फ्री नंबर 1933, एक वेब पोर्टल, एक मोबाइल ऐप और उमंग ऐप होगा ताकि नागरिक नशीली दवाओं की तस्करी पर जानकारी साझा करने या नशीली दवाओं के दुरुपयोग, नशामुक्ति और पुनर्वास जैसी समस्याओं से संबंधित परामर्श के लिए गुमनाम रूप से NCB से चौबीसों घंटे जुड़ सकें।
बता दें कि नशीली दवाओं की अवैध खेती एक बड़ी समस्या है, जिससे निपटना होगा और NCB ने BISAG-N के साथ मिलकर अवैध खेती पर अंकुश लगाने और सटीक जीआईएस जानकारी प्रदान करने के लिए एक वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप “मैपड्रग्स” विकसित किया है, ताकि संबंधित एजेंसियों द्वारा ऐसी अवैध खेती को नष्ट किया जा सके।
सरकार ने 2019 में Narco Coordination Centre (NCORD) की स्थापना की, जिसमें 4 स्तरीय NCORD की बैठक होती हैं। भारत मादक पदार्थों को उगाये जाने वाले और तस्करी वाले केंद्रों डेथ ट्रांयगल और डेथ क्रिसेंट के बीच स्थित है जिस वजह से ड्रग तस्करी के मामले अधिक देखे जा रहे हैं।
मध्य एशिया में अफीम उत्पादक क्षेत्र; ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान की पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित क्षेत्र को डेथ क्रिसेंट कहा जाता है जबकि म्यांमार, लाओस और थाईलैंड के क्षेत्र को डेथ ट्रांयगल कहा जाता है।