नेचर रेस्टोरेशन लॉ
यूरोपीय संघ पर्यावरण परिषद ने 17 जून, 2024 को प्रकृति बहाली कानून (Nature Restoration Law: NRL) को अपनाया, जिसे यूरोप के पर्यावरण के लिए जीत के रूप में वर्णित किया जा रहा है।
यूरोपीय आयोग ने 2030 के लिए यूरोपीय संघ की जैव विविधता रणनीति के तहत 22 जून, 2022 को नेचर रेस्टोरेशन लॉ का प्रस्ताव रखा था, जो यूरोपीय ग्रीन डील का हिस्सा है।
सदस्य देशों को नेचर रेस्टोरेशन लॉ के तहत 2030 तक यूरोपीय संघ के भूमि और समुद्री क्षेत्रों के कम से कम 20 प्रतिशत रेस्टोरेशन (पूर्व स्थिति में लाना) के उपायों को शुरू और लागू करना चाहिए।
नेचर रेस्टोरेशन लॉ में स्थलीय, तटीय और मीठे पानी से लेकर जंगल, कृषि और शहरी तक कई पारिस्थितिकी तंत्र शामिल हैं। इनमें आर्द्रभूमि, घास के मैदान, जंगल, नदियाँ और झीलें, साथ ही समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र, जिसमें समुद्री घास और स्पंज और कोरल बेड शामिल हैं।
रेस्टोरेशन की ज़रूरत वाले सभी यूरोपीय इकोसिस्टम को सदस्य देशों द्वारा 2050 तक बहाल किया जाना चाहिए। यूरोप महाद्वीप के परागणकों (पोलिनेटर्स) पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
यूरोप, बाकी दुनिया की तरह, हाल के दशकों में ‘कीट सर्वनाश’ (insect apocalypse) का सामना कर रहा है, जिसमें जंगली कीट परागणकों की संख्या और विविधता में नाटकीय रूप से गिरावट आई है।
सदस्य देशों को घास के मैदानों में तितलियों, फसल भूमि की खनिज मिट्टी में कार्बनिक कार्बन के भंडार और उच्च-विविधता वाले क्षेत्रों के साथ कृषि भूमि के हिस्से को बढ़ाने के उपाय करने चाहिए। उन्हें वन पक्षियों की संख्या बढ़ाने का भी लक्ष्य रखना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि 2030 के अंत तक शहरी ग्रीन स्थानों और ट्री कैनोपी कवर में कोई नुकसान न हो।
यूरोपीय संघ के स्तर पर 2030 तक ड्राई पीटलैंड बहाल किया जाना चाहिए और कम से कम तीन बिलियन अतिरिक्त पेड़ लगाए जाने चाहिए। सदस्य देशों को मानव निर्मित अवरोधों को भी हटाना चाहिए ताकि 2030 तक कम से कम 25,000 किलोमीटर नदियाँ मुक्त बहने वाली नदियाँ बन जाएँ।
इसका उद्देश्य 2030 तक परागणकर्ताओं की आबादी में गिरावट को रोकना और पूर्व स्थिति बहाल करना भी है।