वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) ने भारत को ‘रेगुलर फॉलो अप’ श्रेणी में शामिल किया
भारत को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) द्वारा “भारत की पारस्परिक मूल्यांकन रिपोर्ट” (Mutual Evaluation Report of India) में ‘रेगुलर फॉलो अप’ श्रेणी में रखा गया है।
इस रिपोर्ट को सिंगापुर में 26 से 28 जून तक आयोजित FATF प्लेनरी में अपनाया गया।
G20 के चार अन्य देश ही “रेगुलर फॉलो अप’ श्रेणी में शामिल हैं।
FATF सदस्य देशों को चार श्रेणियों में से किसी एक में रखता है, जैसे कि ‘रेगुलर फॉलो अप’, ‘एनहांस्ड फॉलो अप’, ‘ग्रे सूची’ और ‘काली सूची’। रेगुलर फॉलो अप इन चार श्रेणियों में सबसे ऊपर की श्रेणी है।
FATF और उसके क्षेत्रीय निकायों (FSRB) द्वारा कवर किए गए 177 देशों में से, भारत सहित केवल 24 देश रेगुलर फॉलो अप में हैं।
FATF ने मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण से उत्पन्न होने वाले जोखिमों को कम करने, डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और JAM-जन धन, आधार, मोबाइल-त्रिनिटरी के कार्यान्वयन में भारत द्वारा किए गए प्रयासों को मान्यता दी है।
वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) एक अंतर-सरकारी संगठन है जिसकी स्थापना 1989 में मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवादी वित्तपोषण और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली की इंटीग्रिटी के लिए अन्य संबंधित खतरों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था के रूप में की गई थी।
भारत 2010 में FATF का सदस्य बना।