मेथनॉल क्या है?
जून 2024 में तमिलनाडु के कल्लाकुरिची में जहरीली शराब पीने से 58 लोगों की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार अवैध शराब में जहरीला मेथनॉल मिला हुआ था, जिसकी वजह से मौतें हुईं।
इथेनॉल वैध शराब है जिसे पिया जा सकता हिअ। इसे जैविक रूप से बनाया जाता है। इसके विपरीत भारत में मेथनॉल (methanol) कोयले जैसे ईंधन से बनाया जाता है जो जहरीला होता है।
मेथनॉल, जो अल्कोहल का एक रूप है, को मूनशाइन की ताकत बढ़ाने के लिए मिलाया जाता है। यह जहरीला होता है और बहुत कम मात्रा में सेवन भी, लिवर फेलियर, अंधापन और मृत्यु का कारण बन सकता है।
मेथनॉल निम्न-कार्बन हाइड्रोजन वाहक ईंधन है जो उच्च राख वाले (हाई ऐश) कोयले, कृषि अपशिष्टों, थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाले CO2 और प्राकृतिक गैस से बनता है।
जहां इथेनॉल को खाने योग्य बनाया जा सकता है, वहीं मेथनॉल जहर है। मेथनॉल की बहुत कम सांद्रता भी जहरीली हो सकती है, जो अक्सर घातक होती है।
हालांकि, कई उत्पादों के बनाने में मेथनॉल आवश्यक है। उदाहरण के लिए, पेंट मेथनॉल के बिना नहीं बनाए जा सकते।
इथेनॉल की तरह ही मेथनॉल भी अत्यधिक नियंत्रित पदार्थ है।
भारत में शराब से होने वाली ज़्यादातर मौतें शराब में मेथनॉल के मिश्रण के कारण होती हैं। मेथनॉल परिवहन क्षेत्र में पेट्रोल और डीज़ल ईंधन की जगह ले सकता है।