यूरोपीय संसद के लिए चुनाव

यूरोपीय संसद के लिए 6-9 जून को हुए चुनावों के परिणाम में वामपंथी और उदारवादी दलों की तुलना में दक्षिणपंथी और धुर दक्षिणपंथी दलों को अधिक सफलता मिली है। इन चुनावों में यूरोपीय संघ (EU) के  27 सदस्य देशों के 37 करोड़ से अधिक मतदाताओं में से लगभग 51% ने मतदान किया।

बता दें कि यूरोपीय संसद  के सदस्य  27 सदस्य देशों के नागरिकों द्वारा प्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं। इसलिए, यह EU की सभी गतिविधियों को एक निश्चित लोकतांत्रिक वैधता प्रदान करता है।

संसद की 720 सीटें ‘ह्रासमान आनुपातिकता’ (degressive proportionality’) के सिद्धांत पर आवंटित की जाती हैं, जिसका अर्थ है कि छोटे देश अपनी जनसंख्या के अनुपात में अधिक सदस्य (MEP) का चुनाव करते हैं।

MEP का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व द्वारा किया जाता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि निर्वाचित MEP की संख्या उनके प्राप्त वोटों के अनुपात में हो।

यूरोपीय संसद चुनावों में मतदाता अपने राष्ट्रीय राजनीतिक दलों में से चुनते हैं। जीतने वाले उम्मीदवार फिर यूरोपीय संसद में यूरोप-व्यापी राजनीतिक समूहों का हिस्सा बन जाते हैं।

ये समूह राजनीतिक विचारधाराओं के आधार पर गठित हुए होते हैं जैसे;यूरोपियन पीपल्स पार्टी (EPP) ।  संसद की प्रक्रिया के नियमों के अनुसार, यूरोपीय संसद के राजनीतिक समूह में कम से कम सात सदस्य देशों से चुने गए कम से कम 23 सदस्य शामिल होंगे।

संसद के तीन प्रमुख कार्य हैं। सबसे पहले, यह यूरोपीय संघ की परिषद के साथ यूरोपीय संघ के कानून को अपनाता है और संशोधित करता है। दूसरा, यह अन्य सभी यूरोपीय संघ के संस्थानों और निकायों, विशेष रूप से यूरोपीय आयोग के कामकाज की निगरानी करता है। यह यूरोपीय आयोग  में नियुक्तियों को मंजूरी देता है या अस्वीकार करता है। तीसरा, संसद यूरोपीय संघ के बजट पर परिषद के साथ अधिकार साझा करती है, जो इसे यूरोपीय संघ के खर्च को प्रभावित करने की अनुमति देता है।

यूरोपीय संसद व्यापार और निवेश पर समझौतों सहित अंतर्राष्ट्रीय समझौतों की भी पुष्टि करती है।

error: Content is protected !!