RudraM-II मिसाइल का ओडिशा के तट पर सफलतापूर्वक परीक्षण
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने 29 मई को भारतीय वायु सेना (IAF) के सुखोई-30 एमके-I प्लेटफॉर्म से हवा से जमीन पर मार करने वाली RudraM-II यानी रुद्रम-II मिसाइल का ओडिशा के तट पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
इस टेस्ट ने प्रपल्शन प्रणाली और नियंत्रण एवं पथप्रदर्शन से संबंधित आंकड़ों की सटीकता पर खरा उतरने के साथ परीक्षण के सभी उद्देश्यों को पूरा किया। रुद्रम-II स्वदेशी रूप से विकसित ठोस ईंधन से चलने वाली वायु-प्रक्षेपित मिसाइल प्रणाली है।
यह एक एंटी-रेडिएशन मिसाइल है जिसे दुश्मन के जमीनी राडार (निगरानी, ट्रैकिंग) और संचार स्टेशनों को दबाने के मिशन (SEAD) में लक्षित करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह शत्रु के कई प्रकार के हथियारों को नष्ट करने के लिए हवा से सतह पर मार करने में सक्षम है।
इस मिसाइल प्रणाली में DRDO की विभिन्न प्रयोगशालाओं द्वारा विकसित की हुई कई अत्याधुनिक स्वदेशी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है। रुद्रम-II पहले वाले रुद्रम-1 का नया वर्जन है, जिसका परीक्षण 2020 में सुखोई-30 MKI से किया गया था।