46वीं अंटार्कटिक संधि परामर्शदात्री बैठक (ATCM)
46वीं अंटार्कटिक संधि परामर्शदात्री बैठक ( Antarctic Treaty Consultative Meeting: ATCM) और पर्यावरण संरक्षण समिति (Committee for Environmental Protection: CEP) की 26वीं बैठक 20 मई को कोच्चि (केरल) में शुरू हुई।
इसका आयोजन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और अंटार्कटिक संधि सचिवालय के तहत राष्ट्रीय ध्रुवीय और समुद्री अनुसंधान केंद्र (NCPOR), गोवा द्वारा किया गया। इस सम्मेलन में लगभग 40 देशों के 350 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
ATCM और CEP उच्च स्तरीय वैश्विक वार्षिक बैठकें हैं जो अंटार्कटिक संधि (Antarctic Treaty) के प्रावधानों के अनुसार आयोजित की जाती हैं।
1959 में हस्ताक्षरित अंटार्कटिक संधि 56 कांट्रेक्टिंग पार्टीज का एक बहुपक्षीय समझौता है। भारत 1983 से अंटार्कटिक संधि का एक कंसल्टेटिव पार्टी रहा है।
पर्यावरण संरक्षण समिति (CEP) की स्थापना अंटार्कटिक संधि के पर्यावरण संरक्षण पर प्रोटोकॉल (मैड्रिड प्रोटोकॉल) के तहत 1991 में की गई थी। यह अंटार्कटिका में पर्यावरण संरक्षण पर ATCM को सलाह देती है।