लिक्विड नाइट्रोजन
हाल ही में, तमिलनाडु राज्य सरकार ने नामित अधिकारियों और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को ऐसे किसी भी खाद्य व्यवसाय संचालक के खिलाफ खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के अनुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया, जो बिस्कुट, आइसक्रीम जैसे खाद्य पदार्थों के साथ-साथ सीधे उपभोग के लिए लिक्विड नाइट्रोजन (liquid nitrogen) का उपयोग कर रहा है।
दरअसल वेंडर भोजन (आमतौर पर बिस्कुट) में तरल नाइट्रोजन डालते हैं जो वाष्पित होने पर धुआं पैदा करता है। तरल नाइट्रोजन का क्वथनांक यानी बॉयलिंग पॉइंट -196 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है।
एक आइसक्रीम का क्वथनांक लगभग 0 से -4 डिग्री सेल्सियस होता है। परोसने से पहले तरल नाइट्रोजन को भोजन या पेय से पूरी तरह से वाष्पित किया जाना चाहिए।
तरल नाइट्रोजन शरीर के उस अंग या हिस्से को झुलसा सकता है जिसके संपर्क में वह आता है, जिससे यह शीतदंश (frost bites) जैसा प्रतीत होता है। यह होंठ, जीभ, गले, फेफड़े और पेट को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे घाव हो सकते हैं या ऊतक जल सकते हैं।
इसका उपयोग केवल भोजन को फ्रीज़ करने, चिलिंग करने और पैक करने के लिए किया जाता है। यह भोजन को कई महीनों तक ताज़ा रखता है।
तरल नाइट्रोजन एक रंगहीन, गंधहीन, गैर-ज्वलनशील, गैर-संक्षारक और अत्यंत ठंडा तत्व है जिसका अनुसंधान और विकास सहित कई क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है।