ऑथोराइज़्ड इकनोमिक ऑपरेटर (AEO)
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने रत्न एवं आभूषण क्षेत्र को अधिकृत आर्थिक संचालक (Authorised Economic Operator : AEO) का दर्जा दिया है। AEO कार्यक्रम को व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए निर्यात-उन्मुख उद्योगों के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरूकिया गया था।
AEO कार्यक्रम विभिन्न क्षेत्रों में निर्यात संचालन को सरल बनाने में सहायक था, जिसके परिणामस्वरूप निर्यातकों के लिए समय और लागत की बचत हुई।
ऑथोराइज़्ड इकनोमिक ऑपरेटर (AEO) वैश्विक व्यापार को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए विश्व सीमा शुल्क संगठन (WCO) सेफ/SAFE फ्रेमवर्क ऑफ स्टैंडर्ड्स के तत्वावधान में एक कार्यक्रम है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा को बढ़ाना और वैध वस्तुओं की आवाजाही को सुविधाजनक बनाना है। AEO में अंतर्राष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला में विभिन्न पक्ष शामिल हैं।
इस कार्यक्रम के तहत अंतरराष्ट्रीय व्यापार में लगी यूनिट को आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा मानकों के अनुरूप सीमा शुल्क द्वारा अनुमोदित किया जाता है और AEO का दर्जा और कुछ लाभ दिए जाते हैं।
भारत का AEO कार्यक्रम विश्व व्यापार संगठन के व्यापार सुविधा समझौता के अनुच्छेद 7.7 के तहत की गई प्रतिबद्धताओं के अनुरूप है।
AEO एक स्वैच्छिक अनुपालन कार्यक्रम है। यह भारतीय सीमा शुल्क को अंतर्राष्ट्रीय वैल्यू चेन के प्रमुख हितधारकों के साथ घनिष्ठ सहयोग के माध्यम से कार्गो सुरक्षा को बढ़ाने और सुव्यवस्थित करने में सक्षम बनाता है।