माउंट एटना ज्वालामुखी क्रेटर के धुएं से बना वॉल्कैनिक वोर्टेक्स रिंग

हाल ही में, यूरोप के सबसे बड़े ज्वालामुखी और दुनिया के सबसे एक्टिव और आइकोनिक ज्वालामुखियों में से एक, माउंट एटना (Mount Etna) को हवा में धुएं के लगभग सही छल्ले उगलते हुए रिकॉर्ड किया गया।  

ज्वालामुखी के क्रेटर से  निकली गैसों का छल्ला यानी रिंग्स बनना एक दुर्लभ घटना है जिसे वैज्ञानिक ज्वालामुखीय भंवर वलय यानी वॉल्कैनिक वोर्टेक्स रिंग (volcanic vortex rings) कहते हैं।

ये छल्ले ज्वालामुखी में बने नए क्रेटर से निकलते हैं। यह तब निकलते हैं जब ज्वालामुखी के पेट से गर्म गैस और भाप एक साथ निकलती है. तब क्रेटर से धुएं ऐसे निकलता है, जैसे कोई इंसान सिगरेट के धुएं से छल्ले बनाता है।

दरअसल, वोर्टेक्स रिंग्स तब निकलते हैं जब गैस, मुख्य रूप से जल वाष्प, क्रेटर में एक वेंट के माध्यम से तेजी से बाहर ऊपर की ओर निकलती हैं। एटना के क्रेटर में जो वेंट ओपन है वह लगभग पूरी तरह से गोलाकार है, इसलिए 2 अप्रैल से पहाड़ के ऊपर जो छल्ले देखे गए हैं वे भी गोलाकार हैं।

माउंट एटना भूमध्य सागर के सबसे बड़े द्वीप सिसिली के पूर्वी तट पर एक एक्टिव वोल्केनो है। एटना की चोटी आल्प्स के दक्षिण में इटली में सबसे ऊंची है, और यह यूरोप का सबसे बड़ा और सबसे एक्टिव ज्वालामुखियों (active volcanoes) में से एक है।

एटना लगभग निरंतर एक्टिव है, और वर्ष 1600 के बाद से, कम से कम 60 कई उद्गार देखे हैं।

एटना 2013 से यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल रहा है, और यूनेस्को के अनुसार, ज्वालामुखी के विस्फोट का इतिहास 500,000 साल पुराना है।  

हाल के दिनों में, अलास्का में रिडाउट (Redoubt), इक्वाडोर में तुंगुरहुआ (Tungurahua), ग्वाटेमाला में पकाया (Pacaya), आइसलैंड में आईजफजल्लाजोकुल और हेक्ला (Eyjafjallajökull and Hekla), इटली में स्ट्रॉम्बोली, जापान में एसो और सकुराजिमा, वानुअतु में यासुर, न्यूजीलैंड में व्हाकारी (Whakaari) और निकारागुआ में मोमोतोम्बो (Momotombo) ज्वालामुखियों में वॉल्कैनिक वोर्टेक्स रिंग देखे गए हैं।   

error: Content is protected !!