रिप्रेजेन्टेटिव कंसंट्रेशन पाथवे (RCP 8.5)
RCP का मतलब है “रिप्रेजेन्टेटिव कंसंट्रेशन पाथवे” (Representative Concentration Pathway) है। यह समझने के लिए कि भविष्य में हमारी जलवायु कैसे बदल सकती है, इसके लिए हमें यह अनुमान लगाने की आवश्यकता है कि हम कैसा व्यवहार करेंगे।
उदाहरण के लिए, क्या हम लगातार बढ़ती दर से जीवाश्म ईंधन जलाना जारी रखेंगे, या हम नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने की ओर अग्रसर होंगे? RCP इन भविष्य के रुझानों को समझने का प्रयास करते हैं।
वे भविष्यवाणियां करते हैं कि भविष्य में मानव की गतिविधियों के परिणामस्वरूप वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों की सांद्रता (concentration) कैसे बदलेगी। RCP की चार श्रेणियां हैं जो भविष्य में बहुत उच्च (RCP 8.5) से लेकर बहुत कम (RCP2.6) सांद्रता का पूर्वानुमान करते हैं।
भविष्य के जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर हाल के अध्ययनों का एक बड़ा हिस्सा “RCP 8.5” नामक वार्मिंग परिदृश्य पर केंद्रित है। इस उच्च-उत्सर्जन परिदृश्य को अक्सर “बिजनेस ऐज यूजुअल” (ग्रीन हाउस कटौती के लिए अधिक प्रयास नहीं करना) के रूप में वर्णन किया जाता है।
यह स्थिति सुझाव देती है कि यदि समाज ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती के लिए ठोस प्रयास नहीं करता है तो यह एक संभावित दुष्परिणाम हो सकता है। RCP का उपयोग 2014 में जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (IPCC) की पांचवीं मूल्यांकन रिपोर्ट में रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार के रूप में किया गया था।