वायुमंडलीय अमोनिया उत्सर्जन
शोधकर्ताओं ने चावल, गेहूं और मक्के की फसलों से अमोनिया उत्सर्जन (ammonia emissions) का विस्तृत अनुमान लगाया है। यह रिसर्च पेपर नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
डेटासेट ने फसलों से उत्सर्जित होने वाले अमोनिया का अनुमान लगाया है और इनसे उत्सर्जन में कटौती की क्षमता का मूल्यांकन भी किया है।
रिसर्च स्टडी से पता चलता है कि इन फसलों को उगाने में उर्वरक के बेहतर उपयोग से खेती से वायुमंडलीय अमोनिया उत्सर्जन (atmospheric ammonia emissions) को 38% तक कम किया जा सकता है।
बता दें कि वायुमंडलीय अमोनिया एक प्रमुख पर्यावरणीय प्रदूषक है जो पूरी पृथ्वी के इकोसिस्टम के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है।
मनुष्यों की गतिविधियों से कुल अमोनिया उत्सर्जन में लगभग 51-60% हिस्सेदारी फसल की खेती है, और इनमें से लगभग आधा उत्सर्जन तीन मुख्य मुख्य फसलों चावल, गेहूं और मक्का से जुड़ा हुआ है।
अमोनिया कृषि के अलावा कई अन्य स्रोतों से भी उत्सर्जित होता है, जैसे पेट्रोल कारों में कैटलिटिक कनवर्टर, लैंडफिल साइट, सीवेज कार्य, कार्बनिक पदार्थों की खाद कम्पोस्टिंग), जलाना, उद्योग तथा जंगली स्तनधारी और पक्षी।