Snow Leopard: किर्गिस्तान ने हिम तेंदुआ को राष्ट्रीय प्रतीक घोषित किया
हिम तेंदुआ/Snow Leopard (पेंथेरा अन्सिया) अब पूर्व सोवियत गणराज्य किर्गिस्तान का राष्ट्रीय प्रतीक बन गया है। किर्गिस्तान के राष्ट्रपति ने 30 दिसंबर, 2023 को इस आशय के एक डिक्री पर हस्ताक्षर किए।
ग्लोबल स्नो लेपर्ड एंड इकोसिस्टम प्रोटेक्शन प्रोग्राम (GSLEP) ने इस फैसले का स्वागत किया है।
GSLEP हिम तेंदुए हैबिटैट वाले 12 देशों, बहुपक्षीय संस्थानों, गैर सरकारी संगठनों, वैज्ञानिकों और स्थानीय समुदायों का एक गठबंधन है, जो हिम तेंदुआ को बचाने के लिए काम कर रहा है।
गौरतलब है कि हिम तेंदुए के संरक्षण को उस समय बढ़ावा मिला जब 2013 में वर्ल्ड स्नो लेपर्ड कंज़र्वेशन फोरम में सर्वसम्मति से हिम तेंदुए संरक्षण पर बिश्केक घोषणा पत्र (Bishkek Declaration on Snow Leopard Protection) को अपनाया गया।
हिम तेंदुआ के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व हिम तेंदुआ दिवस (World Snow Leopard Day ) 23 अक्टूबर को मनाया जाता है।
हिम तेंदुए: प्रमुख विशेषताएं
हिम तेंदुए के पिछले पैर हिम तेंदुए को उसके शरीर की लंबाई से छह गुना अधिक छलांग लगाने की क्षमता देते हैं।
हिम तेंदुए शर्मीली बिल्लियाँ हैं जो अपने एकान्त स्वभाव के लिए जानी जाती हैं।
ये बड़ी बिल्लियाँ सुबह और शाम के समय सबसे अधिक सक्रिय होती हैं, जिसे वैज्ञानिक “क्रिपसकुलर एक्टिविटी पैटर्न” (crepuscular activity pattern) कहते हैं।
अन्य बड़ी बिल्लियों के विपरीत, हिम तेंदुए दहाड़ नहीं सकते।
आंतरिक एशिया क्षेत्र (Inner Asia region) में अधिकतर हिम तेंदुओं प्राप्त हुए हैं। आंतरिक एशिया से तात्पर्य उत्तर, मध्य और पूर्वी एशिया में फैले उत्तरी और भूमि से घिरे क्षेत्रों से है।