काउंटरवेलिंग टैरिफ

हाल में केंद्र सरकार ने संसद को सूचित किया  कि अमेरिका ने कुछ भारतीय वस्तुओं जैसे पेपर फ़ाइल फ़ोल्डर्स और सामान्य मिश्र धातु एल्यूमीनियम शीट्स पर काउंटरवेलिंग जांच (countervailing investigation) की है। यूरोपीय आयोग (EC) ने भी ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड प्रणालियों पर इसी तरह की जांच की है।

ऐसे मामलों में कोई देश अपने द्वारा निर्यात किए जा रहे सामानों पर सब्सिडी देने का प्रयास करते हैं, जिससे किसी अन्य देश में सस्ते आयातित सामानों से घरेलू मांग में बदलाव होने के कारण घरेलू उत्पादन प्रभावित होता है, तो विदेशी सरकार ऐसे सामानों के आयात पर काउंटरवेलिंग टैरिफ का भुगतान अनिवार्य कर देती है।  

ये विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों के तहत लगाए गए आयात शुल्क हैं और इनका उद्देश्य सब्सिडी के नकारात्मक प्रभावों को बेअसर करना है।

WTO आयातक देश द्वारा सब्सिडी वाले निर्यात की गहन जांच करने के बाद ही काउंटरवेलिंग शुल्क लगाने की अनुमति देता है।

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