साइगा हिरण: संरक्षण प्रयासों की बदौलत IUCN रेड लिस्ट में सुधार
इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) द्वारा साइगा हिरण प्रजाति (सैगा टाटरिका) की रेड लिस्ट श्रेणी को क्रिटिकली एंडेंजर्ड से नियर थ्रीटेंड में बदल दिया गया था। यह एक सुखद समाचार है। यह संरक्षण प्रयासों का नतीजा है।
गौरतलब है कि सैगा एक अजीब चेहरे वाला मृग है जो उत्तर हिमयुग के बाद से पृथ्वी पर घूम रहा है। साइगा (Saiga antelope) की दो उप-प्रजातियाँ हैं: साइगा टाटारिका टाटारिका (जो अधिकांश क्षेत्र में पाई जाती हैं) और साइगा टाटारिका मोंगोलिका (केवल मंगोलिया में पाई जाती हैं)।
साइगा हिरण प्रजाति कभी पूरे यूरेशियन स्टेपी में पाई जाती थी। स्टेपी घास का विशाल मैदान है जो यूरोप में हंगरी से लेकर एशिया में मंचूरिया तक फैला हुआ है।
साइगा के संरक्षण के लिए काम करने वाले शोधकर्ताओं और संरक्षणवादियों के एक नेटवर्क, साइगा कंजर्वेशन एलायंस (SCA) के अनुसार, आज, यह जानवर कजाकिस्तान, मंगोलिया, रूसी संघ और उज्बेकिस्तान में अलग आबादी में पाया जाता है।