जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (ZLD)
हाल ही में तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों ने पेरुंदुरई में सिपकोट परिसर में विभिन्न उद्योगों में जीरो-लिक्विड डिस्चार्ज (zero-liquid discharge: ZLD) संयंत्रों का निरीक्षण किया।
जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (ZLD) एक अत्याधुनिक अपशिष्ट जल उपचार प्रक्रिया है जिसे सिस्टम से सभी तरल डिस्चार्ज को पूरी तरह से खत्म करने के लिए विकसित किया गया है।
ZLD प्रणाली का लक्ष्य अपशिष्ट जल की मात्रा को कम करना है जिन्हें आगे ट्रीटमेंट यानी शोधन की आवश्यकता होती है। साथ ही इसका उद्देश्य अपशिष्ट जल को आर्थिक रूप से उपयोगी बनाने के लिए संसाधित करना और पुन: उपयोग के लिए उपयुक्त एक क्लीन स्ट्रीम बनाना है।
ZLD प्रणाली अपशिष्ट जल से घुले हुए ठोस पदार्थों (मुख्य रूप से साल्ट) को हटा देती है और प्रक्रिया में शुद्ध जल को वापस कर देती है।
रिवर्स ऑस्मोसिस (मेम्ब्रेन फिल्ट्रेशन) का उपयोग पूर्व-उपचारित अपशिष्ट प्रवाह को सांद्रित करने और प्रक्रिया में स्वच्छ पर्मिएट या जल को वापस करने के लिए किया जाता है।
गौरतलब है कि नदी के जल और भूजल के प्रदूषण को रोकने के लिए तमिलनाडु राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने काफी मात्रा में साल्ट का उपयोग करने वाले और भारी मात्रा में पानी की खपत करने वाले कपड़ा रंगाई और ब्लीचिंग उद्योगों, टेनरियों सहित सभी अत्यधिक प्रदूषणकारी उद्योगों के लिए ZLD प्रणाली अनिवार्य कर दी है ।
ZLD प्रणाली अपशिष्ट जल से पानी और लवण को निकालना सुनिश्चित करती है और इस प्रकार नदी/भूजल को प्रदूषित होने से रोकती है।