कंसोर्टियम फॉर रिसर्च ऑन एग्रोइकोसिस्टम मॉनिटरिंग एंड मॉडलिंग फ्रॉम स्पेस (CREAMS)
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) की “कंसोर्टियम फॉर रिसर्च ऑन एग्रोइकोसिस्टम मॉनिटरिंग एंड मॉडलिंग फ्रॉम स्पेस (CREAMS)” प्रयोगशाला धान की पराली के जलाये जाने पर 15 सितंबर से एक दैनिक बुलेटिन जारी कर रही है।
यह बुलेटिन, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली से डेटा लेकर खेतों में पराली जलाने की घटनाओं की संख्या के साथ-साथ पिछले वर्षों (2020 के बाद) के तुलनात्मक आंकड़ों का जिलेवार विवरण प्रदान करती है।
यह सटीक स्थान जहां ये घटनाएं रिकॉर्ड की गई थीं, वह उपग्रह जिसने उन्हें रिकॉर्ड किया था, रिकॉर्डिंग का समय और उनकी तीव्रता या फायर पावर के बारे में भी बताती है ।
CREAMS प्रयोगशाला की स्थापना 2013 में की गई थी, जिसका प्राथमिक उद्देश्य एक्सट्रीम क्लाइमेट घटनाओं के खिलाफ फसल की स्थिति की निगरानी करना था।
नासा के तीन अलग-अलग उपग्रहों पर लगे तीन सेंसर भूमि की सतह के तापमान को रिकॉर्ड करके इस डेटा को एकत्र करते हैं।- ये सेंसर हैं; सुओमी एनपीपी उपग्रह पर VIIRS, टेरा और एक्वा उपग्रहों पर MODIS.