जनजातीय गौरव दिवस, 2023
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 नवंबर 2023 को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली झारखंड के उलिहातू गांव का दौरा किया और उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। श्री मोदी भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातु गांव का दौरा करने वाले प्रथम प्रधानमंत्री है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने झारखंड के खूंटी में जनजातीय गौरव दिवस, 2023 (Janjatiya Gaurav Diwas, 2023) के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।
कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ और प्रधानमंत्री विशेष कमजोर जनजातीय समूह विकास मिशन का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के शुभारंभ के अवसर पर झारखंड के खूंटी में आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) वैन को हरी झंडी दिखाई।
यात्रा शुरुआत में महत्वपूर्ण जनजातीय आबादी वाले जिलों से शुरू होगी और 25 जनवरी, 2024 तक देश भर के सभी जिलों को कवर करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आदिवासी योद्धाओं ने देश के हर कोने में स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और मानगढ़ धाम के गोविंद गुरु, मध्य प्रदेश के तांत्या भील, छत्तीसगढ़ के भीमा नायक, शहीद वीर नारायण सिंह, मणिपुर के वीर गुंडाधुर, रानी गाइदिनल्यू, तेलंगाना के वीर रामजी गोंड, आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू, गोंड प्रदेश की रानी दुर्गावती के बारे में बताया।
जनजातीय गौरव दिवस
आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को सम्मान देने और याद करने के लिए 2021 से जनजातीय गौरव दिवस पूरे देश में उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है।
जब देश भारतीय स्वतंत्रता के 75वें वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा था तब आने वाली पीढ़ियों को देश के लिए आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के बारे में जागरूक करने के लिए, सरकार ने 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित किया।
यह तिथि श्री बिरसा मुंडा की जयंती है, जिन्हें देश भर के आदिवासी समुदाय भगवान के रूप में पूजते हैं। बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश औपनिवेशिक व्यवस्था की शोषणकारी व्यवस्था के खिलाफ देश भर में बहादुरी से लड़ाई लड़ी और ‘उलगुलान’ (क्रांति) का आह्वान करते हुए ब्रिटिश उत्पीड़न के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया।