पुडुचेरी में प्रोमेनेड बीच पर हानिकारक शैवाल प्रस्फुटन

अक्टूबर 2023 में पुडुचेरी में प्रोमेनेड बीच (Promenade Beach) पर समुद्री पानी का रंग लाल हो गया था। यह लाल रंग हानिकारक शैवाल प्रस्फुटन (Harmful algal bloom) के कारण हुआ था।

नेशनल सेंटर फॉर कोस्टल रिसर्च (NCCR ने हानिकारक शैवाल प्रस्फुटन (Harmful algal bloom) के लिए मानवजनित प्रभावों को जिम्मेदार ठहराया है।

हानिकारक शैवाल प्रस्फुटन तब तब घटित होती है जब शैवाल की कॉलोनियां नियंत्रण से बाहर हो जाते हैं और लोगों, मछलियों, शंख, समुद्री स्तनधारियों और पक्षियों पर विषाक्त या हानिकारक प्रभाव पैदा करते हैं।

इस “रेड टाइड” (Red Tide) भी कहा जाता है। दरअसल रेड टाइड एक विषैला शैवाल है और इसे समुद्री जीवन के लिए हानिकारक माना जाता है।

वैसे तो हानिकारक शैवाल के कारण होने वाली मानवीय बीमारियाँ दुर्लभ हैं, लेकिन दुर्बल करने वाली यह परिघटना  घातक भी हो सकती हैं।

हानिकारक शैवाल प्रस्फुटन के मानवजनित प्रभावों में सीवेज का समुद्र में मिलना, समुद्री धाराओं का विपरीतगामी होना और तटीय जल में पोषक तत्वों की बढ़ी हुई सांद्रता शामिल हैं।

समुद्री धाराएं उत्तर से दक्षिण की ओर आने और उत्तर से आने वाले सीवेज के साथ मिलने से हानिकारक शैवाल प्रस्फुटन प्रभाव उत्पन्न हुआ है।

इसके परिणामस्वरूप तटीय जल में पोषक तत्वों की उच्च सांद्रता हो गई, जो संभवतः हानिकारक शैवाल प्रस्फुटन का कारण बना।

तटीय जल में पोषक तत्वों की बढ़ती उपस्थिति के साथ शैवाल बढ़ते हैं।

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