चंद्रयान-3 डीबूस्टिंग
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 20 अगस्त को घोषणा की कि चंद्रयान -3 के विक्रम लैंडर मॉड्यूल ने सफलतापूर्वक अपना दूसरा और अंतिम डीबूस्टिंग (deboosting) पूरा कर लिया है, जिससे लैंडर मॉड्यूल की कक्षा 25 किमी x 134 किमी तक कम हो गई है।
इस साल 14 जुलाई को लॉन्च किया गया, चंद्रयान-3, चंद्रयान-2 मिशन की अगली कड़ी है, जो चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और घूमने में एंड-टू-एंड क्षमता प्रदर्शित करता है।
चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान के लैंडर मॉड्यूल को डीबूस्ट करने का अर्थ है लैंडर को उस कक्षा तक धीमा करने की प्रक्रिया जहां पेरिल्यून/Perilune (चंद्रमा से ऑर्बिट का निकटतम बिंदु) और एपोल्यून/Apolune (चंद्रमा से सबसे दूर का बिंदु) अंतरिक्ष यान से केवल कुछ किलोमीटर दूर हैं।
डीबूस्टिंग से चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग में मदद मिलती है।