NaMPET: हाइब्रिड ग्रीन एनर्जी माइक्रोग्रिड की स्वदेशी तकनीक का तिरुवनंतपुरम में शुभारंभ
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ( MeitY) ने नेशनल मिशन ऑन पावर इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी (NaMPET) कार्यक्रम के अंतर्गत C-DAC , तिरुवनंतपुरम द्वारा ग्रामीण समुदायों की विद्युत ऊर्जा ज़रूरतों के लिए बनाई गई हाइब्रिड ग्रीन एनर्जी माइक्रोग्रिड (Hybrid Green Energy Microgrid) की स्वदेशी तकनीक का कोट्टूर, तिरुवनंतपुरम स्थित हाथी पुनर्वास केंद्र में शुभारंभ किया।
- भरोसेमंद हरित ऊर्जा आधारित यह माइक्रोग्रिड हाथी पुनर्वास केंद्र में पशु चिकित्सालयों की महत्वपूर्ण प्रणालियों के लिए बिजली संबंधी उपाय प्रदान कर रहा है।
- NaMPET कार्यक्रम MeitY द्वारा शुरू किया गया है और C-DAC तिरुवनंतपुरम इस कार्यक्रम के लिए नोडल संगठन है।
माइक्रोग्रिड के बारे में
- नवीकरणीय ऊर्जा माइक्रोग्रिड एक स्वायत्त, स्थानीयकृत और आत्मनिर्भर ऊर्जा प्रणाली है जो नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को ऊर्जा उत्पादन को अपने प्राथमिक इनपुट के रूप में शामिल करती है।
- नवीकरणीय ऊर्जा माइक्रोग्रिड के प्रमुख आधारों में विभिन्न घटक और सिस्टम शामिल हैं जो स्थानीय और सतत तरीके से बिजली पैदा करने, उसके भंडारण, प्रबंधन और वितरण के लिए मिलकर काम करते हैं।
- माइक्रोग्रिड के ऑफ-ग्रिड मोड ऑपरेशन में, जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने और उसके पर्यावरण पर प्रभाव को कम करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को प्राथमिकता देते हुए एक विशिष्ट क्षेत्र या समुदाय के भीतर बिजली का उत्पादन, भंडारण और वितरण किया जाता है।
- इसके ऑन-ग्रिड मोड ऑपरेशन में, अगर बिजली उत्पादन स्थानीय ज़रूरत से ज्यादा होता है तो यह माइक्रोग्रिड यूटिलिटी ग्रिड के साथ संवाद करके बिजली के निर्यात में सक्षम होगा।