अपस्फीति (Deflation)

फरवरी 2021 के बाद पहली बार जुलाई में उपभोक्ता कीमतों में गिरावट के बाद चीन की अर्थव्यवस्था अपस्फीति (Deflation) में चली गयी गई है।

दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन में लंबे समय तक सख्त कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण आर्थिक प्रगति में व्यापक मंदी देखी गयी थी।

अपस्फीति (Deflation) तब होती है जब संपूर्ण अर्थव्यवस्था में वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें कम हो जाती हैं, जिससे उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ जाती है

यह मुद्रास्फीति की प्रतिकूल स्थिति है और इसे किसी देश के लिए बुरा माना जा सकता है क्योंकि यह किसी अर्थव्यवस्था में मंदी का संकेत दे सकता है।

अपस्फीति आमतौर पर मुद्रा और ऋण की आपूर्ति में संकुचन से जुड़ी होती है, लेकिन बढ़ती उत्पादकता और तकनीकी सुधारों के कारण भी कीमतें गिर सकती हैं।

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