केंद्रीय वित्त मंत्री ने “कॉरपोरेट डेब्ट मार्केट डेवलपमेंट फंड (CDMDF) लॉन्च किया
केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 28 जुलाई को मुंबई में कॉरपोरेट डेब्ट मार्केट डेवलपमेंट फंड (Corporate Debt Market Development Fund: CDMDF) लॉन्च किया।
इससे एक दिने पहले सेबी ने CDMDF फ्रेमवर्क जारी की थी।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने 2021-22 के केंद्रीय बजट के लिए अपने भाषण में, स्ट्रेस्ड और सामान्य समय के दौरान कॉर्पोरेट बॉण्ड बाजार में सेकेंडरी मार्केट लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए एक स्थायी संस्थागत ढांचे के निर्माण की घोषणा की थी।
इससे पहले भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग (DEA) ने CDMDF द्वारा अपने ऊपर लिए जाने वाले ऋण के खिलाफ गारंटी कवर प्रदान करने के उद्देश्य से ‘कॉर्पोरेट ऋण के लिए गारंटी योजना’ (Guarantee Scheme for Corporate Deb: GSCD) की स्थापना को अधिसूचित किया जो बाजार की अव्यवस्था के समय में कॉर्पोरेट ऋण बाजार में बैकस्टॉप के रूप में कार्य करेगी।
GSCD को कॉर्पोरेट ऋण के लिए गारंटी फंड (GFCD) द्वारा प्रबंधित करने की परिकल्पना की गई है, जो 310 करोड़ रुपये के कोष के साथ DEA द्वारा गठित एक ट्रस्ट फंड है।
GFCD का प्रबंधन नेशनल क्रेडिट गारंटी ट्रस्टी कंपनी लिमिटेड (NCGTC) द्वारा किया जाएगा, जो भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है।
CDMDF के बारे में
CDMDF, एक वैकल्पिक निवेश कोष है जो निवेश-ग्रेड कॉर्पोरेट ऋण प्रतिभूतियों की खरीद के लिए बैकस्टॉप के रूप में कार्य करेगा।
यह बाजार के तनाव के समय में सक्रियता के लिए एक स्थायी संस्थागत ढांचा बनाकर सेकेंडरी मार्केट की लिक्विडिटी को बढ़ाएगा।
सामान्य समय के दौरान, CDMDF कम अवधि की सरकारी प्रतिभूतियों (G-sec), ट्रेजरी बिल, G-sec पर त्रि-पक्षीय रेपो और सात दिनों से अधिक की मैच्यूरिटी अवधि के साथ गारंटीकृत कॉर्पोरेट बॉन्ड रेपो का सौदा करेगा।
बाजार अव्यवस्था के दौरान CDMDF द्वारा खरीदी जाने वाली कॉर्पोरेट ऋण प्रतिभूतियों में लिस्टेड मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट शामिल हैं, जिसके लिए जारीकर्ताओं की दीर्घकालिक रेटिंग पर विचार किया जाएगा।
CDMDF सेकेंडरी बाजारों से केवल लिस्टेड और पांच साल तक की शेष मैच्यूरिटी अवधि वाली निवेश-ग्रेड प्रतिभूतियां खरीदेगा।
यह किसी भी गैर-लिस्टेड, निम्न-निवेश-ग्रेड या डिफ़ॉल्ट ऋण प्रतिभूतियों या ऐसी प्रतिभूतियों को नहीं खरीदेगा जिनके संबंध में डिफ़ॉल्ट या प्रतिकूल क्रेडिट की आशंका है।
यह उचित मूल्य पर खरीदेगा (तरलता जोखिम, ब्याज दर जोखिम और क्रेडिट जोखिम के लिए समायोजित), संकटपूर्ण मूल्य पर नहीं। ऋण प्रतिभूतियों के विक्रेताओं को यील्ड का 90 प्रतिशत नकद और 10 प्रतिशत CDMDF की यूनिट्स के रूप में भुगतान किया जाएगा।
CDMDF को इसके प्रारंभिक समापन की तारीख से 15 वर्ष (विस्तार योग्य) के प्रारंभिक कार्यकाल के साथ एक क्लोज-एंडेड योजना के रूप में लॉन्च किया गया था।
CDMDF की यूनिट्स को म्यूचुअल फंड और निर्दिष्ट ऋण-उन्मुख म्यूच्यूअल फण्डयोजनाओं के एएमसी द्वारा सब्सक्राइब की जाएगी।