एस्पार्टेम (Aspartame): विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ‘संभवतः कैंसरकारी’ घोषित किया सकता है
एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की कैंसर अनुसंधान शाखा शक्कर (चीनी) का लोकप्रिय विकल्प एस्पार्टेम (Aspartame) को “संभवतः मनुष्यों के लिए कैंसरकारी” के रूप में सूचीबद्ध करेगी। इसकी समीक्षा की जा रही है।
प्रमुख बिंदु
एस्पार्टेम दुनिया के सबसे आम आर्टिफिशियल स्वीटनर में से एक है और इसका उपयोग आहार शीतल पेय, शुगर-फ्री च्युइंग गम, शुगर-फ्री आइसक्रीम, शुगर-फ्री नाश्ता अनाज आदि की एक विस्तृत श्रृंखला में किया जाता है।
रासायनिक रूप से, एस्पार्टेम दो प्राकृतिक अमीनो एसिड, L–एसपारटिक एसिड और L–फेनिलएलनिन के डाइपेप्टाइड का मिथाइल एस्टर है। इसकी खोज जेम्स एम श्लैटर ने की थी।
अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) के अनुसार, एस्पार्टेम टेबल शुगर की तुलना में लगभग 200 गुना अधिक मीठा होता है – जो एस्पार्टेम को अन्य आर्टिफिशियल स्वीटनर जैसे एडवांटेम और नियोटेम की तुलना में बहुत कम मीठा बनाता है।
कैलोरी कम करने या वजन कम करने की कोशिश कर रहे लोगों या मधुमेह रोगियों द्वारा एस्पार्टेम को प्राथमिकता दी जाती है, क्योंकि जहां 2 चम्मच (8 ग्राम) चीनी लगभग 32 किलो कैलोरी ऊर्जा प्रदान करती है, वहीं 1 ग्राम एस्पार्टेम केवल 4 किलो कैलोरी प्रदान करती है।
USFDA ने 1981 में खाद्य में एस्पार्टेम के उपयोग की अनुमति दी।
भारत सहित दुनिया भर के लगभग 100 देश एस्पार्टेम के उपयोग की अनुमति है।