संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारत के संकल्प “मेमोरियल वॉल फॉर फॉलन यूनाइटेड नेशंस पीसकीपर्स” को अपनाया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा शहीद हुए शांति सैनिकों के सम्मान में एक नई स्मारक दीवार स्थापित करने संबंधी भारत के प्रस्ताव को स्वीकार किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।

मेमोरियल वॉल फॉर फॉलन यूनाइटेड नेशंस पीसकीपर्स

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने शहीद हुए शांति सैनिकों को सम्मानित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक स्मारक दीवार स्थापित करने के लिए भारत द्वारा पेश किए गए एक मसौदा संकल्प को अपनाया है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल में ‘मेमोरियल वॉल फॉर फॉलन यूनाइटेड नेशंस पीसकीपर्स’ (Memorial wall for fallen United Nations peacekeepers) शीर्षक से मसौदा संकल्प पेश किया।

यह संकल्प लगभग 190 संयुक्त राष्ट्र सदस्य राज्यों द्वारा सह-प्रायोजित था और सर्वसम्मति से अपनाया गया।

भारत ने शहीद हुए शांति सैनिकों के लिए एक स्मारक दीवार स्थापित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक संकल्प को अपनाने का संचालन किया।

संकल्प को रिकॉर्ड 190 सह-प्रायोजन प्राप्त हुआ, जो भारत के योगदान और इरादे में विश्वास का प्रमाण है। यह संकल्प बांग्लादेश, कनाडा, चीन, डेनमार्क, मिस्र, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, जॉर्डन, नेपाल, रवांडा और अमेरिका सहित 18 देशों द्वारा प्रस्तुत किया गया था।

संकल्प में कहा गया है कि दीवार को टेक्स्ट के अपनाने के तीन साल के भीतर पूरा किया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि 2015 में, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने एक वर्चुअल स्मारक दीवार का शुभारंभ किया, जो उन भारतीय सैनिकों को समर्पित थी, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के रूप में सक्रिय सेवा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया था।

यह पहल पीसकीपर्स मेमोरियल वॉल के अंतिम निर्माण की अग्रदूत थी।

भारत ने संयुक्त राष्ट्र के ब्लू फ्लैग (Blue Flag) के तहत ड्यूटी पर रहते हुए अपनी जान देने वाले संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के सभी सैनिकों को याद करने के लिए एक उपयुक्त तरीके के रूप में स्मारक दीवार के निर्माण का प्रस्ताव दिया था।

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