e-RUPI vouchers: RBI ने नॉन-बैंकिंग प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स को ई-रुपी डिजिटल वाउचर जारी करने की अनुमति दी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 8 जून को कहा कि वह नॉन-बैंकिंग प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स जारीकर्ताओं को ई-रूपी वाउचर (e-RUPI vouchers) जारी करने की अनुमति देगा।
RBI ने इस वाउचर को जारी करने और रिडेम्पशन की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए व्यक्तियों की ओर से ई-रूपी वाउचर जारी करने का भी प्रस्ताव दिया।
ये कदम ई-रुपी डिजिटल वाउचर के लाभों को अधिक यूजर्स के लिए सुलभ बनाएंगे और देश में डिजिटल भुगतान की पैठ को और गहरा करेंगे।
e-RUPI के बारे में
e-RUPI वाउचर प्री-पेड डिजिटल इंस्ट्रूमेंट हैं जो एक लाभार्थी अपने फोन पर SMS या क्यूआर कोड के रूप में प्राप्त करता है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अगस्त, 2021 को डिजिटल भुगतान के लिए कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस इंस्ट्रूमेंट e-RUPI लॉन्च किया।
e-RUPI वन टाइम कॉन्टैक्टलेस और कैशलेस वाउचर-आधारित पेमेंट का तरीका है जो यूजर्स को कार्ड, डिजिटल भुगतान ऐप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बिना वाउचर को भुनाने में मदद करता है।
उद्देश्य-विशिष्ट e-RUPI वाउचर अब 21 बैंकों द्वारा भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के साथ साझेदारी में विशिष्ट उद्देश्यों जैसे अस्पताल के बिलों के भुगतान आदि के लिए जारी किए जाते हैं।
e-RUPI सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) से अलग है।
ई-रुपी पर्सन और ऑब्जेक्टिव विशिष्ट डिजिटल वाउचर है।
e-RUPI वाउचर प्राप्त करने या भुनाने के लिए लाभार्थी के पास बैंक खाता होना आवश्यक नहीं है। चूंकि यह एक आसान, संपर्क रहित दो-चरणीय रिडेम्पशन प्रक्रिया सुनिश्चित करता है जिसमें व्यक्तिगत विवरण साझा करने की आवश्यकता नहीं होती है।
e-RUPI की सबसे ख़ास विशेषता यह है कि यह बिना इंटरनेट कनेक्शन के बेसिक फोन पर काम करता है, इसलिए इसकी व्यापक पहुंच है।