AIIMS नागपुर NABH मान्यता प्राप्त करने वाला देश का पहला एम्स बना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एम्स नागपुर (AIIMS Nagpur) को अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (National Accreditation Board for Hospitals and Healthcare Providers: NABH) से मान्यता प्राप्त करने वाला पहला एम्स बनने पर बधाई दी है।
दरअसल AIIMS नागपुर NABH मान्यता प्राप्त करने वाला देश का पहला एम्स बन गया है, जो दुनिया के अग्रणी अस्पताल मान्यता मानकों के अनुरूप है।
अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (NABH)
अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (NABH) भारत की गुणवत्ता परिषद (Quality Council of India,) का एक घटक बोर्ड है, जो स्वास्थ्य सेवा संगठनों के लिए मान्यता कार्यक्रम स्थापित करने और संचालित करने के लिए स्थापित किया गया है।
NABH इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर क्वालिटी इन हेल्थ केयर (lSQua) का एक संस्थागत सदस्य है। NABH इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर क्वालिटी इन हेल्थ केयर (ISQua) की प्रत्यायन परिषद का भी सदस्य है।
NABH एशियन सोसायटी फॉर क्वालिटी इन हेल्थकेयर (ASQua) के बोर्ड में भी शामिल है।
NABH मान्यता स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मानक है। NABH मान्यता प्रक्रिया सख्त और व्यापक है, और यह मरीज देखभाल, सुरक्षा और संगठनात्मक दक्षता सहित कई क्षेत्रों में अस्पताल के प्रदर्शन का आकलन करती है।
एम्स नागपुर इन सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करके यह मान्यता प्राप्त करने में सफल रहा।