लुधियाना में हाइड्रोजन सल्फाइड गैस रिसाव से 11 लोगों की मौत

लुधियाना में 30 अप्रैल, 2023 को गैस रिसाव से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सटीक कारण की अभी भी जांच की जा रही है।

पंजाब पुलिस ने लुधियाना के गियासपुरा इलाके में जहरीली गैस के रिसाव के कारणों की जांच करने और जवाबदेही तय करने के लिए पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

पुलिस ने पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) के अधिकारियों को भी चेतावनी दी कि अगर वे सहयोग नहीं करते हैं और अपराधी तक पहुंचने में मदद नहीं करते हैं, तो उन्हें मामले में दर्ज प्राथमिकी में दर्ज किया जाएगा।

अधिकारियों के मुताबिक  हाइड्रोजन सल्फाइड के उच्च स्तर के वजह से लोगों की मौत हुई है ।

हाइड्रोजन सल्फाइड (Hydrogen sulphide)

बता दें कि हाइड्रोजन सल्फाइड का उपयोग या उत्पादन कई उद्योगों में किया जाता है, जैसे तेल और गैस शोधन, खनन टैनिंग पल्प और पेपर प्रोसेसिंग रेयान निर्माण।  

हाइड्रोजन सल्फाइड प्राकृतिक रूप से मैनहोल और सीवर, खाद के गड्ढों, कुएं के पानी, तेल और गैस के कुओं और ज्वालामुखियों में भी प्राप्त होता है।

निम्न स्तर पर हाइड्रोजन सल्फाइड आंखों, नाक और गले में जलन पैदा करता है। मध्यम स्तर की वजह से सिरदर्द, चक्कर आना, मतली, उल्टी, खांसी और सांस लेने में कठिनाई होती है।

वर्ष 2014 के एक शोध पेपर के अनुसार, यह गैस 0.5 भाग प्रति मिलियन (ppm) से अधिक सांद्रता पर एक असह्य गंध देती है।गैस का उच्च स्तर शॉक, कोमा और यहां तक कि मौत का कारण बन सकता है।

50 ppm से ऊपर हाइड्रोजन सल्फाइड की सांद्रता जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकता है, और 700 ppm से ऊपर, यह घातक हो सकता है।  

यह अत्यंत ज्वलनशील और अत्यधिक जहरीला होता है।

चूँकि यह हवा से भारी गैस है, इसलिए हाइड्रोजन सल्फाइड मैनहोल, सीवर और भूमिगत टेलीफोन वाल्ट जैसे निचले और एन्क्लोजड स्थानों में एकत्र हो सकता है

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