मनमदुरई मृदभांड (Manamadurai pottery) को मिला भौगोलिक संकेतक (GI) टैग
मनमदुरई मृदभांड (Manamadurai pottery) को हाल ही में भौगोलिक संकेतक (Geographical Indication: GI) टैग दिया गया है। मिट्टी के बर्तनों ने तमिलनाडु के इस गांव को वैश्विक मानचित्र पर ला खड़ा किया है।
शिवगंगई जिले का मनमदुरई मिट्टी के बर्तन/मृदभांड बनाने के लिए जाना जाता है। वैगई नदी मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मिट्टी को अनूठा बनाती है।
जिले के विभिन्न स्थानों से एकत्र की गई रेत का उपयोग मिट्टी के बर्तन बनाने और दो दिनों तक सुखाने के लिए किया जाता है। छानने से मिट्टी के कण अलग हो जाते हैं।
इन बर्तनों को बनाने के लिए नेदुनकुलम, नाथपुरक्की, सुंदरनादप्पु, सेकलथुर जैसे जल स्रोतों से एक अनूठी प्रकार की मिट्टी प्राप्त की जाती है।
इन बर्तनों को बनाते समय प्रकृति के पांच तत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि, सूर्य और वायु का उपयोग किया जाता है। मिट्टी के बर्तनों के लिए मूल सामग्री मिट्टी है, जो पृथ्वी का प्रतिनिधित्व करती है। मिट्टी पानी के साथ मिल जाती है, जो प्रकृति का एक और तत्व है।