Pallas’s cat: माउंट एवरेस्ट क्षेत्र में मानुल की उपस्थिति की पुष्टि की गई है
सागरमाथा (जिसे माउंट एवरेस्ट के रूप में भी जाना जाता है) के आसपास के क्षेत्र में मानुल यानी पलास बिल्ली (Manul/Pallas’s cat) की उपस्थिति की पुष्टि की गई है।
मानुल पहले भारत में पश्चिमी हिमालय में 80 के दशक के अंत में और फिर 2000 के दशक की शुरुआत में दर्ज किए गए थे। फिर, सितंबर 2007 में, भारतीय वन्यजीव संस्थान के संरक्षणवादी ने सिक्किम में पूर्वी हिमालय में इस बिल्ली की एक की तस्वीर ली थी।
कैटन्यूज़ नामक पत्रिका में हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन में सागरमाथा के आसपास के क्षेत्र में नमूनों का विश्लेषण किया गया, जिसमें इस क्षेत्र में कम से कम दो बिल्लियों के उपस्थित होने के प्रमाण मिले।
IUCN में मानुल के हैबिटेट रेंज के रूप में संपूर्ण हिमालय पर्वत श्रृंखला शामिल है। लेकिन इसे हिमालय में शायद ही कभी देखा गया है, और नेपाल के पूर्वी हिमालय में पहले कभी इसकी पुष्टि नहीं हुई थी, जिसमें सागरमाथा क्षेत्र शामिल है। लेकिन अब जाकर सागरमाथा यानी एवरेस्ट के आसपास इसके होने को सिद्ध किया गया है।
मानुल के बारे में
मानुल, या पलास बिल्ली (Otocolobus manul) किसी घरेलू बिल्ली के आकार की एक ठंडी अनुकूलित जंगली बिल्ली है।
इसके हैबिटेट रेंज में हिमालय, पूर्व में साइबेरिया और पश्चिम में ईरानी पठार शामिल है।
डेविड एटनबरो ने एक बार इस मायावी मानुल को दुनिया की सबसे क्रोधी बिल्ली (world’s grumpiest cat) का दर्जा दिया था।