One World TB Summit: प्रधानमंत्री ने वाराणसी में वन वर्ल्ड टीबी शिखर सम्मेलन में कई पहलों की शुरुआत की
विश्व क्षय रोग दिवस (World Tuberculosis Day) के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 24 मार्च 2023 को वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में वन वर्ल्ड टीबी शिखर सम्मेलन (One World TB Summit) को संबोधित किया।
इस अवसर पर उन्होंने लघु टीबी निवारक उपचार (TB Preventive Treatment: TPT), टीबी-मुक्त पंचायत की आधिकारिक अखिल भारतीय शुरुआत, टीबी के लिए परिवार पर केन्द्रित देखभाल मॉडल और भारत की वार्षिक टीबी रिपोर्ट 2023 जारी करने सहित विभिन्न पहलों की भी शुरुआत की।
स्टॉप टीबी पार्टनरशिप
यह शिखर सम्मेलन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और स्टॉप टीबी पार्टनरशिप (Stop TB Partnership) द्वारा आयोजित किया गया। 2001 में स्थापित, स्टॉप टीबी पार्टनरशिप संयुक्त राष्ट्र द्वारा की मेजबानी वाला संगठन है जो टीबी से प्रभावित लोगों, समुदायों और देशों की आवाज़ की विस्तार से व्याख्या करता है।
2025 तक भारत से टीबी को खत्म करने की प्रतिबद्धता
मार्च 2018 में, प्रधानमंत्री ने 2025 तक भारत से टीबी को खत्म करने की प्रतिबद्धता जताई, जबकि शेष विश्व में 2030 तक टीबी से संबंधित सतत विकास लक्ष्यों (SDG) को प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है।
प्रधानमंत्री ने “वार्षिक भारत टीबी रिपोर्ट 2023” का विमोचन किया, जो 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में देश के प्रयासों का संकलन है।
एक्स्ट्रा पल्मोनरी ट्यूबरक्लोसिस
उन्होंने एक्स्ट्रा पल्मोनरी ट्यूबरक्लोसिस (Extra Pulmonary Tuberculosis) पर एक प्रशिक्षण मॉड्यूल लॉन्च किया। यह मॉड्यूल भारत में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के माध्यमिक और तृतीयक स्तरों के स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए विकसित किया गया है।
प्रीवेंटिव थेरेपी
टीबी के संक्रमण को रोकने के लिए एक नए उपचार के तौर पर प्रीवेंटिव थेरेपी भी शुरू की गई – जिससे रोग के प्रसार को रोका जा सके। साथ ही, टीबी से प्रभावित परिवारों का हित सुनिश्चित करने के लिए एक परिवार-केंद्रित देखभाल मॉडल की भी घोषणा की गई।
उप-राष्ट्रीय प्रमाणन
उप-राष्ट्रीय प्रमाणन (Sub-National Certification: SNC) कार्य को लागू करने वाला भारत दुनिया का एकमात्र देश है। यह एक अभिनव वैज्ञानिक पद्धति है,जिसके माध्यम से जिलों को उनके उन्मूलन की प्रगति के लिए सत्यापित किया जाता है।
प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी)
टीबी रोगियों के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना के तहत 75 लाख से अधिक टीबी रोगियों के खाते में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि ट्रांसफर की गई है।
नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन ट्यूबरकुलोसिस (National Institute for Research in Tuberculosis: NIRT) जैसे आईसीएमआर संस्थानों ने दुनिया का सबसे बड़ा राष्ट्रीय टीबी संक्रमण सर्वेक्षण पूरा किया है, जिसने हमें लक्षित कार्यक्रम संबंधी क्रियाकलापों के लिए राज्य स्तर पर टीबी के बोझ को समझने में मदद की है।
नि-क्षय मित्र
नि-क्षय मित्र पहल के शुभारंभ के बाद से केवल 15 दिनों की अवधि में 50,000 से अधिक लोगों ने नि-क्षय मित्र बनने के लिए आवेदन किया।