मध्यम शक्ति रडार ‘अरुधरा’ और DR- 118 रडार चेतावनी रिसीवर्स के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर
रक्षा मंत्रालय ने 23 मार्च, 2023 को भारतीय वायु सेना की ऑपरेशनल क्षमताओं में बढ़ोतरी के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के साथ 3,700 करोड़ रुपये से अधिक के दो अलग-अलग कॉन्ट्रैक्ट्स पर हस्ताक्षर किए।
इनमें पहला कॉन्ट्रैक्ट 2,800 करोड़ रुपये से अधिक का है, जो भारतीय वायु सेना के लिए मध्यम शक्ति रडार (MPR) ‘अरूधरा’ (Arudhra) की आपूर्ति से संबंधित है।
वहीं, दूसरा कॉन्ट्रैक्ट लगभग 950 करोड़ रुपये का है, जो 129 DR-118 RWR रडार चेतावनी प्राप्तकर्ता (RWR) से संबंधित है। DR-118 RWR रडार वार्निंग रिसीवर एसयू-30 एमकेआई विमान की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EWU) क्षमताओं में काफी बढ़ोतरी करेगा।
MPR (अरुधरा)
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने इस रडार को स्वदेशी रूप से डिजाइन व विकसित किया है और इसका निर्माण BEL करेगी। पहले ही इसका सफल परीक्षण भारतीय वायु सेना कर चुकी है।
यह हवाई लक्ष्यों की निगरानी और पता लगाने के लिए ऐज़िमुथ व एलिवेशन, दोनों में इलेक्ट्रॉनिक स्टीयरिंग के साथ एक 4D मल्टी-फंक्शन चरणबद्ध एरे रडार है।
इस प्रणाली में एक साथ स्थित चिन्हित मित्र या शत्रु प्रणाली (Identification Friend or Foe system) से पूछताछ के आधार पर लक्ष्य की पहचान होगी।