टर्मिनेटर जोन (Terminator Zone)
द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल में प्रकाशित नए शोध के अनुसार, टर्मिनेटर ग्रह (terminator planets) पृथ्वी से परे जीवन की संभावना वाले क्षेत्र हो सकते हैं। पृथ्वी पर, टर्मिनेटर एक दिन के दौरान घूमता है, लेकिन कुछ ग्रहों पर यह तय होता है: “टाइडली लॉक” (tidally locked) ग्रह कहा जाता है, वही पक्ष हमेशा अपने तारे का सामना करता है।
टाइडल लॉकिंग तब होती है जब दो पिंडों के बीच गुरुत्वीय इंटरेक्शन से छोटे पिंड के घूर्णन को बड़ा पिंड लॉक कर देता है। इस तरह उसका घूर्णन भी बड़े पिंड के समान हो जाता है। इससे छोटे पिंड की एक साइड हमेशा बड़े पिंड के सामने रहती है। यह स्थिति विशेष रूप से नजदीकी ऑर्बिट वाले एक्सोप्लैनेट में देखी जाती है है।
इस तरह टाइडल लॉकिंग के कारण उस ग्रह का आधा हिस्सा अंधकार में होता वहीं एक हिस्से में हमेशा दिन होता है।
इन दोनों के बीच एक “टर्मिनेटर जोन” (terminator zone) भी जहां हमेशा गोधूलि बेला (twilight) की स्थिति रहती है।
नई स्टडी के मुताबिक इसी टर्मिनेटर जोन में जीवन हो सकते हैं जहां न तो बहुत ठण्ड है न ही अधिक गर्मी।
ऐसे ग्रह काफी आम हैं क्योंकि वे अपने तारों यानी सूर्य के आसपास मौजूद होते हैं। रात्रि में आकाश में देखे जाने वाले तारों में 70 प्रतिशत ऐसे ही तारे हैं जिन्हें M-बौने सितारे (M-dwarf stars) भी कहा जाता है। ये हमारे सूर्य की तुलना में अपेक्षाकृत मद्धिम हैं।