Saraswati Samman: तमिल लेखिका शिवशंकरी को वर्ष 2022 के सरस्वती सम्मान के लिए चुना गया
तमिल लेखिका शिवशंकरी (Sivasankari) को उनकी पुस्तक “सूर्यवंशम” के लिए वर्ष 2022 के सरस्वती सम्मान (Saraswati Samman) के लिए चुना गया है।
यह तमिल भाषा में प्रकाशित संस्मरण है और 2019 में प्रकाशित हुई थी।
के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा 1991 में स्थापित, सरस्वती सम्मान देश के सबसे प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कारों में से एक है।
यह संविधान की अनुसूची VIII में शामिल किसी भी भाषा में एक भारतीय नागरिक द्वारा पिछले 10 वर्षों के दौरान प्रकाशित एक उत्कृष्ट साहित्यिक कृति को प्रतिवर्ष दिया जाता है।
इसमें ₹15 लाख का नकद पुरस्कार, एक प्रशस्ति पत्र और एक पट्टिका दी जाती है।
पहला सरस्वती सम्मान वर्ष 1991 में हरिवंश राय बच्चन को दिया गया था।
सरस्वती सम्मान के अलावा के.के. बिड़ला फाउंडेशन व्यास सम्मान व बिहारी पुरस्कार भी प्रदान करता है।