RBI ने 18 देशों के बैंकों को रुपये में व्यापार के लिए वोस्ट्रो खाते खोलने की अनुमति दी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 18 देशों में विदेशी बैंकों को रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को सेटलमेंट करने के लिए वोस्ट्रो खाते खोलने की मंजूरी दी है। बता दें कि जुलाई 2022 में केंद्र सरकार ने कहा था कि वह रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार सेटलमेंट (settle international trade in rupees) के लिए एक मैकेनिज्म स्थापित करेगा।
RBI ने बोत्सवाना, फिजी, जर्मनी, गुयाना, इज़राइल, केन्या, मलेशिया, मॉरीशस, म्यांमार, न्यूजीलैंड, ओमान, रूस, सेशेल्स, सिंगापुर, श्रीलंका, तंजानिया, युगांडा और यूनाइटेड किंगडम को वोस्ट्रो खाते खोलने की अनुमति दी है।
14 मार्च 2023 को राज्यसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने घरेलू और अधिकृत विदेशी बैंकों को तथाकथित ‘विशेष रुपया वोस्ट्रो खाते’ (Special Rupee Vostro Accounts: SRVA) खोलने के लिए 18 देशों के संवाददाता बैंकों के अब तक कुल मिलाकर 60 अनुमोदन प्रदान किए हैं।
फरवरी 2022 से यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर घरेलू मुद्रा पर भारी दबाव के कारण भारत ने रुपये व्यापार निपटान तंत्र (rupee trade settlement mechanism) का प्रस्ताव दिया था।
मैकेनिज्म का प्रस्ताव करते हुए, RBI ने कहा कि यह वैश्विक व्यापार के विकास को बढ़ावा देगा और रुपया में बढ़ती अंतरराष्ट्रीय रुचि का समर्थन करेगा।
फ्रेमवर्क के तहत, सभी निर्यात और आयात को भारतीय रुपये में मूल्यवर्ग (denominated) और इनवॉइस किया जा सकता है, जिसमें दो व्यापारिक भागीदार देशों की मुद्राओं के बीच विनिमय दर बाजार द्वारा निर्धारित होगी।
इन व्यापारिक लेनदेनों को पूरा करने के लिए, अधिकृत भारतीय बैंकों को भागीदार व्यापारिक देश के प्रतिनिधि बैंकों के विशेष रुपया वोस्ट्रो खाते (Special Rupee Vostro Accounts) खोलने होंगे।
वोस्ट्रो खाता
वोस्ट्रो खाता एक ऐसा खाता है जो घरेलू बैंक किसी विदेशी बैंक के खाते अपने यहां घरेलू मुद्रा (यानी भारतीय रुपये) में रखते हैं। घरेलू बैंक इसका उपयोग अपने ग्राहकों को अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए करते हैं जिन्हें वैश्विक बैंकिंग सेवाओं की जरुरत पड़ती है।