डॉ ज्ञान चतुर्वेदी 32वें व्यास सम्मान, 2022 के विजेता घोषित किये गए
प्रसिद्ध हिंदी लेखक डॉ ज्ञान चतुर्वेदी ( Dr Gyan Chaturvedi) के 2018 के व्यंगात्मक उपन्यास पागलखाना (Pagalkhana) को 32वें व्यास सम्मान, 2022 के लिए चुना गया है।
वर्ष 2018 का व्यंग्य उपन्यास पागलखाना मासूम आम लोगों की दिल को छू लेने वाली मार्मिक कहानी कहता है। इस उपन्यास में डॉ. चतुर्वेदी एक तेजी से बढ़ते बाजार और उसके आगे झुके हुए समाज और उसे चुनौती देने का साहस जुटाने वाले कुछ दुर्लभ लोगों की कहानी सुनाते हैं।
2 अगस्त, 1952 को उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में जन्मे डॉ. चतुर्वेदी मध्य प्रदेश के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ हैं। वह हाल ही में BHEL के पैनलबद्ध अस्पताल के प्रमुख के रूप में तीन दशकों से अधिक समय तक काम करने के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं।
के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा 1991 में स्थापित, वार्षिक व्यास सम्मान पिछले 10 वर्षों के दौरान प्रकाशित किसी भारतीय नागरिक की किसी उत्कृष्ट हिंदी साहित्यिक कृति को दिया जाता है।
पुरस्कार के तौर पर 4 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाती है।