भारत-ऑस्ट्रेलिया क्रिटिकल खनिज परियोजना साझेदारी
भारत और ऑस्ट्रेलिया ने दोनों देशों के बीच आपूर्ति श्रृंखला विकसित करने के लिए क्रिटिकल खनिज परियोजनाओं (critical minerals projects) में साझेदारी के तहत पांच लक्षित परियोजनाओं (दो लिथियम और तीन कोबाल्ट) की पहचान की है।
दोनों देशों ने सहयोग बढ़ाने और भारत-ऑस्ट्रेलिया क्रिटिकल मिनरल्स इन्वेस्टमेंट पार्टनरशिप के लिए अपनी मौजूदा प्रतिबद्धताओं को बढ़ाने पर भी सहमति व्यक्त की है।
साझेदारी के तहत निवेश के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया में संसाधित क्रिटिकल मिनरल्स द्वारा समर्थित नई आपूर्ति श्रृंखलाएं (new supply chains) कायम करने के प्रयास किए जाएंगे। इन प्रयासों से भारत को अपने बिजली नेटवर्क से उत्सर्जन कम करने और इलेक्ट्रिक वाहनों सहित वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने की योजनाओं में मदद मिलेगी।
पूरे विश्व में लिथियम के कुल उत्पादन में ऑस्ट्रेलिया का योगदान लगभग आधा है, कोबाल्ट का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और रेयर अर्थ का चौथा सबसे बड़ा उत्पादक है।
अगले तीन दशकों में कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने वाली प्रौद्योगिकियों की वैश्विक मांग में अपेक्षित वृद्धि के परिणामस्वरूप, यह साझेदारी पारस्परिक रूप से लाभकारी महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुरक्षित करने की दिशा में एक लंबा रास्ता तय करेगी।