Shaliza Dhami: वायुसेना ने पहली बार किसी महिला को सौंपी फ्रंटलाइन कॉम्बैट यूनिट की कमान
भारतीय वायु सेना ने ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी (Shaliza Dhami) को वेस्टर्न सेक्टर में एक फ्रंटलाइन कॉम्बैट यूनिट की कमान संभालने के लिए चुना है। ग्रुप कैप्टन धामी भारतीय वायु सेना की पहली महिला अधिकारी होंगी जो वेस्टर्न सेक्टर में पाकिस्तानी सीमा पर मिसाइल स्क्वाड्रन की कमान संभालेंगी।
वह वर्तमान में एक फ्रंटलाइन कमांड मुख्यालय की संचालन शाखा में तैनात हैं। वर्ष 2003 में एक हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में नियुक्त, ग्रुप कैप्टन धामी के पास 2,800 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है। वह चेतक और चीता हेलिकॉप्टर उड़ा चुकी हैं।
एक योग्य फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर के रूप में उन्होंने हिंडन एयर बेस में चेतक यूनिट के फ्लाइट कमांडर के रूप में काम किया जो भारतीय वायु सेना की महिला अधिकारी के लिए भी पहली बार था।
पूर्व में एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ द्वारा उन्हें दो बार सम्मानित किया जा चुका है।
एक हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में, उन्होंने कई सर्च और रेस्क्यू मिशनों में उड़ान भरी, और बाढ़ राहत अभियान भी चलाए।
कैप्टन शालिजा धामी लुधियाना की रहने वाली हैं और उनके माता-पिता सरकारी सेवा में थे। उनके पति विनीत जोशी भी भारतीय वायुसेना में हेलिकॉप्टर पायलट हैं।
बता दें कि भारतीय वायु सेना ने 2016 में महिला फाइटर पायलटों को नियुक्त करना शुरू किया था। पहले बैच में तीन महिला फाइटर पायलट शामिल की गयीं थीं। वे फिलहाल MiG-21, Su-30MKI और राफेल उड़ाती हैं।